आपने सुना होगा कि लोग गभर्वती स्त्री को ज्यादा से ज्यादा पानी पीनेके लिए कहते हैं. यहां तक कि डॉक्टर भी उन्हें पर्याप्त मात्रा में पानीपीने की सलाह देते है. पर क्या आपने कभी ये सोचा है कि ऐसा क्यों कहा जाताहै?
दरअसल, पेट में पल रहे बच्चे को मां से ही पोषण मिलता है. ऐसे में कमपानी पीने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है. कम पानी पीने वाली गर्भवती महिलाओं को कब्ज की तकलीफ हो सकती है. पानी पीते रहने से एनर्जी बनी रहती है.
पानी पीना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि पानी के माध्यम से हमारेशरीर के विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं. गर्भवती महिलाओं को अक्सर शरीरमें सूजन की शिकायत होती है. पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहने से सूजनमें कमी आती है.
ऐसी महिलाओं को अक्सर शरीर में दर्द की शिकायत रहती है. पानी पीते रहने से उन्हें दर्द में भी आराम मिलता है.
इसके अलावा ये भी माना जाता है कि गर्भवती महिला के कम पानी पीने से बच्चे की त्वचा को पूरी नमी नहीं मिल पाती है. जिससे बच्चे की त्वचा सिकुड़ जाती है.