The Kerala Story.. एक फिल्म जिसका विरोध सरकार और विपक्ष दोनों कर रहे है, लेकिन क्यों?

केरल के मुख्यमंत्री पीनाराई विजयन ने 'द केरल स्टोरी' को लेकर ऐतराज जताया है उन्होंने कहा, 'फिल्म संघ परिवार के एजेंडे को आगे बढ़ाती है। यह उनके विचारों के प्रचार के लिए है। उन्होंने कहा कि ये फिल्म बेवजह लव जिहाद के मुद्दे को उठाकर राज्य को धार्मिक अतिवाद के केंद्र के रूप में पेश करती है।

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लखनऊ /तिरुअनंतपुरम। बहुचर्चित फिल्म ‘द केरल स्टोरी ‘(The Kerala Story) रिलीज से पहले ही विवादों में आ चुकी है। केरल में फिल्म पर राजनीतिक सहमति के साथ विवाद हो रहा है। फिल्म के विरोध को लेकर सत्ताधारी LDF और विपक्षी UDF के साथ साथ कई राजनीतिक पार्टियों में सहमति है। तकरीबन राज्य की सभी राजनीतिक पार्टियां फिल्म का विरोध कर रही हैं। ‘द केरल स्टोरी’ को लेकर मचे घमासान के बीच सेंसर बोर्ड की ओर इसे A सर्टिफिकेट दे दिया गया है. पर इसके साथ ही फिल्म से दस कंट्रोवर्शियल सीन हटवा दिए गए हैं।

आपको बता दें कि द केरला स्टोरी राज्य की कुछ लड़कियों के आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट आफ इराक एंड सीरिया (ISIS) से प्रभावित होकर उसमे शामिल होने की कहानी पर आधारित है। आपको बताते चलें कि सेंसर बोर्ड ने  केरल के पूर्व मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंदन के उस बयान हटा दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था, ‘दो दशकों में केरल मुस्लिम आबादी वाला राज्य बन जाएगा. क्योंकि युवाओं को इस्लाम के लिए प्रभावित किया जा रहा है.’ फिल्म में से उस सीन को भी हटाया गया है, जिसमें एक हिंदू भगवान को गलत तरीके से दिखाया गया था। फिल्म के डायलॉग ‘भारतीय कम्युनिस्ट सबसे बड़े पाखंडी हैं’ में से ‘भारतीय’ शब्द को भी हटाया गया है।

केरल के मुख्यमंत्री पीनाराई विजयन ने ‘द केरल स्टोरी’ को लेकर ऐतराज जताया है उन्होंने कहा, ‘फिल्म संघ परिवार के एजेंडे को आगे बढ़ाती है। यह उनके विचारों के प्रचार के लिए है। उन्होंने कहा कि ये फिल्म बेवजह लव जिहाद के मुद्दे को उठाकर राज्य को धार्मिक अतिवाद के केंद्र के रूप में पेश करती है।

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