लखनऊ /दिल्ली । यूक्रेन और रूस के बीच तनाव अपने चरम पर है। राष्ट्रपति पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन की शनिवार को टेलीफोन पर बातचीत विफल रही। बिडेन पुतिन की 62 मिनट की बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकला दोनों ने एक दूसरे पर हालात बिगाड़ने का आरोप लगाया है। वाइट हाउस ने जोर देकर कहा कि अगर रूस आक्रमण करता है तो उसे तेज और गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ेगा। इस संकट को खत्म करने के लिए पश्चिम कूटनीतिक रूप के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन अन्य हालात के लिए समान रूप से तैयार है।.
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ एक कॉल के रूसी रीड आउट के अनुसार पुतिन ने पश्चिम दावों को खारिज कर दिया कि इस तरह का कदम धरातल पर आ सकता है उन्होंने कहा कि इस विचार को उत्तेजक अटकले कहा जाता है जो पूर्व सोवियत देश में संघर्ष का कारण बन सकता है।
विश्व की महाशक्तियों के बीच युद्ध ने आहट दे दी है लगातार सीमा पर तैनाती बढ़ती जा रही है वहीं अमेरिका की ओर से बामबर फाइटर भी लगातार भेजे जा रहे हैं वहीं यूक्रेन ने अपने सेना को सीमा पर तैनात कर दिया है। जहां बेलारूस मैं रूसी सैनिक लगातार अभ्यास कर रहे हैं वहीं रूस ने अपने परमाणु बम दागने में सक्षम तो 2 S7 pion को यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खार कीव पास स्थित अपने वैसे लाल ओपन में तैनात किया है। रूस का या शहर यूक्रेन की सीमा से मात्र 16 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। रूस की या महा तबाही मचाने वाली तोप करीब 37 किलोमीटर तक परमाणु बम से भरे गोले दाग सकती है।