लखनऊ /दिल्ली । संयुक्त राज्य अमेरिका और रुस के बीच बढ़ते गतिरोध को दूर करने के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति ने रुस के राष्ट्रपति से मुलाकात की है। रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति के प्रस्ताव पर गौर करने का भरोसा दिया है। रूस – यूक्रेन गतिरोध को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रयासों के तहत फ्रांस के राष्ट्रपति इमेल मैक्रोनी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से सोमवार को क्रेमलिन में मुलाकात की।
इस बीच रूसी राष्ट्रपति पुतिन का मैक्रोनी से बातचीत के बाद बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि वह समझौता करने के लिए तैयार है और सोमवार को वार्ता में फ्रांसीसी नेता मैक्रोन द्वारा रखे गए प्रस्ताव पर गौर करेंगे। फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रोन ने कहा है कि हमें उम्मीद है कि इस मीटिंग से डी-एसकीलेशन की प्रक्रिया शुरू होगी यह मुलाकात युक्रेन को सुरक्षा और स्थिरता तय करने के लिए पहले से कई ज्यादा जरूरी है।
फ्रांस ने रूस से युद्ध की आशंका को खत्म कर आपसी विश्वास बहाली कायम करने को कहा है वहीं रूस इस बात पर अड़ा हुआ है कि किसी भी हालत में यूक्रेन को नाटो का सदस्य नहीं बनने देंगे। दूसरी तरफ अमेरिका रूस को घेरने के लिए नॉर्ड स्ट्रीम टू का दौर चल रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने धमकी देते हुए कहा कि रूस की महत्वकांक्षी गैस पाइपलाइन परियोजना नॉर्ड स्ट्रीम टू बनने नहीं दिया जाएगा।
आपको बताते चलें कि नॉर्ड स्ट्रीम टू रूस की अंडर वाटर गैस पाइपलाइन परियोजना है। पाइपलाइन पश्चिमी रूस से पूर्वोत्तर जर्मनी तक बिछाया गया है। इसकी लंबाई करीबन 1275 किलोमीटर की है। इस परियोजना का अमेरिका यूक्रेन और पोलैंड ने जमकर विरोध कर रहे है। अमेरिका को डर है कि यह पाइपलाइन यूरोप को रूस की ऊर्जा पर निर्भर बना देगी।