नाम गुम जायेगा, चेहरा ये बदल जायेगा! मेरी आवाज़ ही पहचान है

लता मंगेशकर को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा जा चुका है। इसके अलावा उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण और दादा साहब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।

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लखनऊ / दिल्ली / मुंबई । कोरोना वायरस से पीड़ित भारत की कोकिला लता मंगेशकर का रविवार को 92 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। कृतज्ञ राष्ट्र उन्हें राजकीय सम्मान के साथ विदाई देगा । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी श्रद्धांजलि देने मुंबई जाएंगे।

लता के निधन पर भारत समेत दुनिया भर की दिग्गज हस्तियों ने शोक जताया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लता के साथ कई तस्वीर ट्वीट करते हुए “दयालु और सब का ध्यान रखने वाली लता दीदी हमें छोड़ गए हैं। वह हमारे देश में ऐसी शून्यता छोड़ गई है जो कभी भर नहीं सकेगी।

मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल के डॉक्टर प्रतीक सम दानी ने लता मंगेशकर के निधन की सूचना देते हुए बताया आज सुबह 8:12 पर लता दीदी का निधन हो गया है। उनके शरीर के कई अंग खराब हो गए थे। स्वर सामग्री लता मंगेशकर का फिल्मी संगीत करियर आधी सदी से भी ज्यादा लंबा रहा जिसमें उन्होंने 36 भारतीय भाषाओं में  गाने गाए।

लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को मध्य भारत के शहर इंदौर में हुआ था। उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर भी एक गायक थे। उन्होंने 1942 से महज 13 साल की उम्र से अपने करियर की शुरुआत की थी। पाकीजा ,मजबूर , आवारा मुग़ल-ए-आज़म, श्री 420 आराधना और दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे जैसी रोमांटिक फिल्में भी उन्होंने गाने गाए हैं।

लता मंगेशकर को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा जा चुका है। इसके अलावा उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण और दादा साहब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।

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