शिवपाल के बेटे आदित्य यादव का बयान आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि अगर अखिलेश को सीएम फेस नहीं बनाया जाता है तो ये समाजवादी पार्टी के लिए बड़ा झटका होगा। समाजवादी पार्टी में जंग रुकने का नाम ही नही ले रही है | पार्टी और परिवार की तकरार गहरी होती नजर आ रही है| सुर्ख़ियों का हिस्सा रहे विवादों के बावजूद आपस में एकता बनाये रखने के कदम भी उठाये जा रहे हैं, ताकि आने वाले विधानसभा चुनाव में किसी प्रकार का परेशानी न होने पाए| इसी कोशिश को कामयाब करने के लिए शनिवार को समाजवादी पार्टी के कई बड़े नेताओं ने पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव से लखनऊ में मुलाकात की| बैठक में शिवपाल यादव को भी बुलाया गया| बताया जा रहा है कि अखिलेश यादव ने अपने एक मंत्री गायत्री प्रजापति से मिलने से मिलने को मन कर दिया| यह वही मंत्री हैं जिन्हें अखिलेश ने हटा दिया था और बाद में मुलायम सिंह के कहने पर वापस कैबिनेट में शामिल कर लिया गया था| प्रदेश कार्यकारी समिति की भी बैठक होनी है जिसमें मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भी बुलाया गया है लेकिन अखिलेश यादव ने न सिर्फ इसका बहिष्कार कर रखा है बल्कि शिवपाल यादव की मीटिंग के बाद नेता और पदाधिकारी अखिलेश से भी मिल रहे हैं|
साथ ही शिवपाल ने यहां तक कहा कि वे स्टैंप पेपर पर लिखकर देने को तैयार हैं कि चुनाव जीतने पर अखिलेश ही पुनः सीएम बनेंगे| पार्टी मुखिया ने 24 अक्टूबर को पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है|