लखनऊ ( राज्य मुख्यालय) । उत्तर प्रदेश वालेंटरी हेल्थ असोसिएशन एवं राज्य तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को तम्बाकू नियंत्रण कानून में संशोधन के द्वारा न्यू जनरेशन को तम्बाकू के दुष्प्रभाव से वचाने के लिए सिविल सोसाइटी पार्टनर संवेदीकरण कार्यशाला होटल इण्डिया अशोक हजरतगंज लखनऊ में आयोजित किया गया।
डॉ ए.के. पाण्डेय ने कहा कि न्यू जनरेशन को तम्बाकू के दुष्प्रभाव से वचाने के लिए अध्यापकों की भूमिका महत्वपूर्ण है एवं अध्यापकों को अपने परिसर को तम्बाकू मुक्त करने के लिये प्रयास करना चाहिए। चिकित्सा निदेशक डॉ ए.के. पाण्डेय ने तम्बाकू नियंत्रण पुस्तिका का विमोचन किया एवं न्यू जनरेशन को तम्बाकू के दुष्प्रभाव को रोकने के लिए समाजिक संगठनों की भूमिका की सराहना की।
विवेक अवस्थी ने कहा उत्तर प्रदेश वालेंटरी हेल्थ असोसिएशन वताया कि अभी हाल ही में भारत सरकार द्वारा जारी Global Youth Tobacco Survey-2021 जारी किया गया जसके अनुसार 22 प्रतिशत लड़कों 13 से 15 आयु के किशोरों द्वारा किसी न किसी रूप में तम्बाकू उत्पादों का उपयोग, किया जा रहा है। हम GATS-2 के रिपोर्ट को देखें तो उत्तर परदेश में 35 .5 प्रतिशत वयस्क वर्तमान में तंबाकू का सेवन करते हैं। 42.6% पुरुष, 15.2% महिलाएं और सभी वयस्कों का 29.4% वर्तमान में धूम्ररहित तंबाकू का प्रयोग करें।
कार्यक्रम में द यूनियन के तकनीकी सलाहकार डॉ प्रणय लाल ने वताया कि कुछ सालों में भारत के साथ ही पूरे विश्व भर में तम्बाकू के उपयोग करने से पीड़ित लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हुआ है। उन्होंने बताया कि इस के पीछे तम्बाकू कम्पनियों का काफी योगदान रहा है। इलेक्ट्रानिक सिगरेट पर चर्चा करते हुए बताया की 2019 में भारत सरकार द्वारा इस पर प्रतिवंध लगाना एक वेहतर कदम है एवं कम्पनियों के मंसूबों पर पानी फिर गया है। उन्होंने बताया कि कपनियां तम्बाकू उत्पाद को काफी आकर्षक एवं लुभावना बनाते है तरह तरह के स्टार प्रचार के माध्यम से समय समय पर व्यापक प्रचार कराते रहते है हमारी आप सभी अपील एवं सहयोग की अपेक्षा है कि आप सभी इनके प्रयास को कभी सफल न होने दें।
द यूनियन के डॉ अमित यादव ने वताया कि न्यू जनरेशन को तम्बाकू के दुष्परिणाम से वचाने में तम्बाकू नियंत्रण कानून में संशोधन की अहम भूमिका है एवं तम्बाकू नियंत्रण के धारा 4, धारा 5, धारा 6 एवं 7 में हुए संशोधनों पर विस्तार से चर्चा की।
किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के दन्त विभाग के डॉ विनय गुप्ता के द्वारा तम्वाकू का कैंसर से सम्वन्ध एवं भारत में मुहँ के कैंसर के वाढते मरीजो पर चिंता व्यक्त की एवं सामाजिक संगठनों से जनसमुदाय को जागरूक करने के लिए आगे आने की अपील की।
सामाजिक संगठनों ने सार्वजानिक सेवा में प्रतियोगियों हेतु तम्बाकू उपयोग न करने की नीति लाने की जरूरत को प्रमुखता से उठाया जिस पर राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कारिक्रम के राज्य नोडल अधिकारी डॉक्टर सुनील पांडेय ने विचार कर आगे बढ़ने का आश्वासन दिया।
डॉ अलका शर्मा संयुक्त निदेशक / कार्यक्रम अधिकारी NCD सेल के द्वारा कार्यक्रम में लोगों के सहयोग की सराहना की, सूर्य प्रकाश पाठक राज्य सलाहकार मानसिक स्वास्थ्य विभाग के द्वारा फ़िल्मी सितारों के द्वारा भ्रामक प्रचार प्रसार सिर्फ हमें भ्रमित करते है हमारे न्यू जनरेशन को भ्रमित कर रहे जिनसे हमें वचना है।
उत्तर प्रदेश के राज्य सलाहकार तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम श्री सतीश त्रिपाठी ने तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम में सामाजिक संगठनों व सभी लोगों के प्रयास की सराहना की एवं तम्बाकू नियंत्रण में सामाजिक संगठनों की भूमिका पर प्रकाश डाला कार्यक्रम के अंत में श्री विवेक अवस्थी जी द्वारा समस्त प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
कार्यशाला में डॉ ए.के. पाण्डेय निदेशक स्वास्थ्य, डॉ सुनील पाण्डेय संयुक्त निदेशक एवं राज्य नोडल अधिकारी तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम, डॉ अलका शर्मा संयुक्त निदेशक / कार्यक्रम अधिकारी NCD सेल, राज्य सलाहकार सतीश त्रिपाठी, राज्य सलाहकार मानसिक स्वास्थ्य कारिक्रम सूर्य प्रकाश पाठक एवं उत्तर प्रदेश के जनपदों के सामाजिक संगठनों के हिस्सा लिया I इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ ए.के. पाण्डेय निदेशक स्वास्थ्य ने की।