लखनऊ / दिल्ली । पुलवामा आतंकी हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी, जिसके बाद भारत ने महज 12 दिनों में ही पाक से बदला ले लिया। भारत ने 26 फरवरी को बालाकोट एयरस्ट्राइक करके जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को ढेर कर दिया था।
जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर के पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को हुए आतंकी हमले को आज तीन साल पूरे हो गए हैं। उस हमले में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी आदिल अहमद डार ने 350 किलो विस्फोटक से भरी SUV बस से भिड़ा दी थी। इस हमले में सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) के 40 जवान शहीद हो गए थे।
धमाका इतना जबरदस्त था कि कुछ देर तक सब कुछ धुआं-धुआं हो गया था। जैसे ही धुआं हटा, वहां का दृश्य इतना भयावह था कि इसे देख पूरा देश रो पड़ा। उस दिन पुलवामा में जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जवानों के शव इधर-उधर बिखरे पड़े थे। चारों तरफ खून ही खून और जवानों के शरीर के टुकड़े दिख रहे थे। जवान अपने साथियों की तलाश में जुटे थे। सेना ने बचाव कार्य शुरू किया और घायल जांबाजों को तुरंत ही अस्पताल ले जाया गया। घटना के बाद पूरे देश में हाहाकार मच गया था।
आतंकी आदिल अहमद डार ने ये हमला उस समय किया था, जब CRPF का काफिला श्रीनगर-जम्मू हाईवे से गुजर रहा था। पूरे काफिल में 78 गाड़ियां थीं, जिनमें 2,547 जवानसवार थे। जवानों का काफिला जब पुलवामा में आया तो आतंकी ने विस्फोटक से भरी SUV बस से भिड़ा दी। इससे बस के परखच्चे उड़ गए।
कश्मीर में 30 साल से जारी आतंकवाद के दौर में ये सबसे बड़ा हमला माना जाता है। इस हमले में आतंकी आदिल अहमद डार की भी मौत हो गई थी। इस हमले के 12 दिन बाद 26-27 फरवरी की रात भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुसकर जैश के आतंकी ठिकानों पर बम गिराए। इस बमबारी में 350 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलवामा हमले की बरसी पर ट्वीट किया पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। और शहीदों की बहादुरी और बलिदान को प्रेरित किया और साथ ही गृहमंत्री अमित शाह ने पुलवामा के शहीदों को याद किया और बहादुर जवानों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।