जूना खान के नाम पर जौनपुर क्यों? जमदग्नि के नाम पर जमदग्निपुरम क्यों नहीं?

विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा है कि सभी विपक्षी दल ब्राह्मणों को लेकर सियासत कर रहे हैं। लेकिन, ब्राह्मण शिरोमणि भगवान परशुराम के पिता ऋषि जमदग्नि के नाम पर सब चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने कहा कि इसीलिए उन्होंने मांग कि है कि जौनपुर का भी नाम बदला जाए

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लखनऊ / जौनपुर। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद से नाम बदलने की प्रथा देखी गई है। नाम बदलने का जो कल्चर धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के आधार पर शुरू हुआ, उसके बाद अब दूसरे शहरों की पहचान बदलने की भी डिमांड की जाने लगी है। ऐसे में ही उत्तर प्रदेश के भाजपा विधायक दिनेश चौधरी ने जौनपुर जिले का नाम बदलने की मांग की है। दिनेश चौधरी ने मांग की है कि जौनपुर का नाम बदलकर जमदग्निपुरम कर दें। बता दें उत्तर प्रदेश में कई जिलों का नाम बदलने का काम चल रहा है।

केराकत विधायक दिनेश चौधरी ने मांग की है कि जौनपुर का नाम बदलकर परशुराम के पिता ऋषि जमदग्नि के नाम पर रख दिया जाए। दिनेश चौदरी ने नाम बदलने की मांग के लिए मुख्य सचिव और योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा।

पत्र में केराकत विधायक ने लिखा कि पूर्व में जौनपुर का नाम जमदग्निपुरम था। 13वीं शताब्दी में मोहम्मद बिन तुगलक ने इस शहर का नाम अपने भाई जूना खान के नाम पर बदलकर जौनपुर रख दिया। उन्होंने कहा कि जौनपुर का नाम परशुराम के पिता ऋषि जमदग्नि के नाम पर जमदग्निपुरम रख दिया जाए।

बता दें पत्र में विधायक ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि जौनपुर का भी नाम बदलकर जमदग्निपुरम रखा जाए। विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा है कि सभी विपक्षी दल ब्राह्मणों को लेकर सियासत कर रहे हैं। लेकिन, ब्राह्मण शिरोमणि भगवान परशुराम के पिता ऋषि जमदग्नि के नाम पर सब चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने कहा कि इसीलिए उन्होंने मांग कि है कि जौनपुर का भी नाम बदला जाए और इसे परशुराम के पिता ऋषि जमदग्नि के नाम पर वापस जमदग्निपुरम नाम दिया जाए।

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