कमाल के कमाल! राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति ने कमाल खान को याद किया

राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त पत्रकार दीपक केएस ने न्यूज डॉन के रिपोर्टर विकास टम्टा से बात करते हुए कहा कि कमाल खान को हम सबने सुना है संयमित, सुसज्जित भाषा शैली और सरलतायुक्त एक खास आवाज़ के साथ दमदार रिपोर्टिंग जिसे आपने हजारों-हजार बार सुना और देखा भी होगा वो अब हमेशा-हमेशा के लिए खामोश हो गयी है। फिर भी कमाल भाई हम सबकी यादों में हमेशा ज़िंदा रहेंगे।

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लखनऊ (राज्य मुख्यालय) । उत्तर प्रदेश राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति ने सोमवार को  एनक्सी मीडिया सेंटर में एनडीटीवी के स्टेट हेड एवं वरिष्ठ पत्रकार कमाल खान को याद किया। उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रख कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। शोक सभा की शुरुआत कमाल खान के चित्र पर  पुष्प अर्पित कर की गई।

शोक सभा का संचालन करते हुए मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के अध्यक्ष हेमंत तिवारी ने उन्हें मुल्क के सहाफत की शिनाख्त बताया। कमाल खान और अपने साथ की कहानी सुनायी उन्होंने कहा कि हम दोनों ही जौनपुर से संबंध रखते हैं उन्होंने कमाल खान की मिलनसारिता के बारे में बताया कि उन्होंने न तो अपनी व्यक्तिगत जीवन में और न ही व्यावसायिक जीवन में कभी धर्म जाति का घालमेल किया और न ही कभी इसे सार्वजनिक विमर्श का हिस्सा बनने दिया। उन्होंने कहा उनकी दफन से एक घंटे पहले तक अधिकांश लोगों को ये नहीं पता था कि वो मुस्लिम समुदाय के शिया वर्ग से आते हैं कि सुन्नी वर्ग से!

श्रद्धांजलि सभा में अपर मुख्य सचिव सूचना डाo नवनीत सहगल ने उन्हें याद करते हुए कहा ये बहुत दुखद है कि आज मैं कमाल की श्रद्धांजलि सभा में हूँ वो जीवंत जीवन के पर्याय थे मेरा उनका बहुत पुराना साथ था उन्होंने कहा उनकी पत्रकारिता की शैली  लखनऊ की तहज़ीब को प्रतिबिंबित करती थी।

शोक संदेश में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव  संजय प्रसाद ने कहा, कमाल खान एक बेहतरीन रिपोर्टर के साथ साथ एक उम्दा इंसान थे। उन्होनें कहा भावी पत्रकारों को उनसे काफी कुछ सीखने को मिल सकता है उन्होंने मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के अध्यक्ष हेमंत तिवारी की बात का समर्थन करते हुए कहा कि ऐसा लगता है पिछले दो साल शोक काल रहे हैं।

शोक सभा में उपस्थित वरिष्ठ पत्रकारों से हमारे रिपोर्टर विकास टम्टा ने कमाल खान के साथ उनके रिश्तों और यादों पर बात की। सिटी कनेक्शन के एडीटर विवेक राय ने कहा, अफसोस अब हम कभी ये लाइन नहीं सुन पायेंगे लखनऊ से कैमरामैन मुकेश गुप्ता के साथ कमाल ख़ान NDTV इंडिया के लिए।

राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त पत्रकार दीपक केएस ने न्यूज डॉन के रिपोर्टर विकास टम्टा से बात करते हुए कहा कि कमाल खान को हम सबने सुना है संयमित, सुसज्जित भाषा शैली और सरलतायुक्त एक खास आवाज़ के साथ दमदार रिपोर्टिंग जिसे आपने हजारों-हजार बार सुना और देखा भी होगा वो अब हमेशा-हमेशा के लिए खामोश हो गयी है। फिर भी कमाल भाई हम सबकी यादों में हमेशा ज़िंदा रहेंगे।

उन्होंने कमाल खान को याद करते हुए बताया, मुझे याद है कि मई 2021 में जब मैं बुरी तरह कोविडसे ग्रसित होकर लगभग दो महीने तक बेड पर जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा था, उस वक्त कमाल भाई ने कई बार फोन करके मेरा हौसला बढ़ाया था।

वरिष्ठ पत्रकार एवं राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त सीनियर संवाददाता डॉ अभिजीत सिन्हा ने कमाल खान के बारे में बताया कि वैसे तो हमारी मुलाकातें कम ही होती थीं लेकिन जब मिलते थे खूब बातें होती थीं। ऐसा लगता था जैसे राजनीति, मीडिया, साहित्य और समाज की चलती फिरती लाइब्रेरी हों कमाल भाई।

उन्होंने बताया कि हमारी मुलाकात पिछले साल उत्तर प्रदेश राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के इलेक्शन के वक्त हुई । उस समय कोरोना अपने चरम पर पहुँच रहा था। मैंने मास्क पहन रखा था  थोड़ी बाद उन्होंने कहा, अमा भाई, आप तो पहचान में ही नहीं आ रहे हैं। डॉ सिन्हा ने कहा भले ही नियति की क्रूरता ने कमाल भाई को हमसे छीन लिया है लेकिन हमारे दिल में वो हमेशा जीवित रहेंगे।

शोक सभा में उत्तर प्रदेश राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के  सचिव शिवशरण सिंह, कोषाध्यक्ष अलोक त्रिपाठी, संयुक्त सचिव विजय त्रिपाठी, एनडीटीवी के आलोक पांडेय. शरत प्रधान और दूरदर्शन के ऐंकर अब्राहम मिएराज समेत वरिष्ठ पत्रकार मौजूद थे।

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