आज महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय, बरेली में आयोजित राष्ट्रीय उद्ययमशील महिला सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं । विश्वविद्यालय में निर्मित रूहेलखण्ड इन्क्यूवेशन फाउण्डेशन, डिजिटल पांचाल भवन, स्टूडेन्ट ई-कार्नर, विश्वविद्यालय छात्र सहायता केन्द्र, डायरेक्टरेट ऑफ इन्टरनेशनल रिलेशंस भवन एवं माइक्रो इरिगेशन सिस्टम आधारित उपवन सरदार पटेल की प्रतिमा एवं विधिक सहायता केंद्र सहित 8 उद्घाटन किए।
इस अवसर पर आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज देश में स्टार्टअप उद्यमशीलता को बढ़ावा देने, आत्मनिर्भर और रोजगारपरक परिवेश निर्माण का मजबूत मार्ग बन गया है। कहा कि हमारे देश वासियों ने तकनीक को अपने जीवन का हिस्सा बना लिया है। विद्यार्थियों में इनोवेशन के प्रति आकर्षण पैदा करना विश्वविद्यालयों का दायित्व बताते हुए युवाओं में डिग्री के साथ-साथ कौशल विकास को भी आवश्यक बताया।
अपने सम्बोधन में नागरिकों की शिक्षा, गुणवत्तापूर्ण शोध, स्वच्छ परिवेश को देश की प्रगति का आधार बताते हुए इस दिशा में रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय द्वारा इन्क्यूबेशन फाउंडेशन की स्थापना को महत्वपूर्ण बताया। राष्ट्रीय स्तर पर महिलाओं के लिए उद्यमिता समिट के आयोजन को भी महत्वपूर्ण बताया और कहा कि इससे महिलाओं में आत्मनिर्भरता और स्वावलम्बन के प्रति जागरूकता बढ़ेगी, उन्हें रोजगार के नए अवसरों के साथ स्थानीय स्तर पर किये गये कार्यों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पहचान भी प्राप्त होगी।
महिला शिक्षा साक्षरता एवं उनके स्वास्थ्य देखभाल पर विशेष चर्चा की । विश्वविद्यालयों से गर्भ संस्कार, बालकों का पालन पोषण उचित शारीरिक दक्षता के साथ उनका विकास जैसे विषयों को, महिला उद्योगपतियों या सफल महिलाओं की सक्सेस स्टोरी को भी पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने को कहा