जारी है…कौशल केन्द्रों का कोरोना कांड!

केंद्र सरकार की RPL नाम की कौशल विकास की स्कीम जिसमे मात्रा २-४ दिन की ट्रेनिंग दिखा के इन केन्द्रो को भारी मुनाफा होता है जिसकी वजह से ये सरकारी आदेशों की नज़रअंदाज़ कर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे है.

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लखनऊ । कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए जहाँ देश में अत्यंत सावधानिया बरती जा रही है छोोटे से बड़े शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए मॉल और डिस्को प बंद कर दिए गए शॉप और सिनेमा बंद कर दिये गये। लेकिन कौशल विकास केंद्रों पर इनका कोई फर्क नहीं पद रहा  इन केंद्रों को चलाने वाले लोग सरकार के आदेशों की खुली अवहेलना कर रहे हैं और जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे है। जबकि सरकार ने कौशल विकास केंद्रों पर भी कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए कुछ समय की रोक लगायी है लेकिन इन केन्द्रो को चलाने वाले मनमर्जी कर रहे है। 


देश में अधिकांश हिस्सों में कौशल विकास केंद्र अस्थायी तौर पर बंद हो गए है लेकिन उत्तर प्रदेश में अभी भी ये धड़ल्ले से चल रहे है क्योंकि इनका मकसद महज पैसा कमाना है। केंद्र सरकार की RPL नाम की कौशल विकास की स्कीम जिसमे मात्रा २-४ दिन की ट्रेनिंग दिखा के इन केन्द्रो को भारी मुनाफा होता है जिसकी वजह से ये सरकारी आदेशों की नज़रअंदाज़ कर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे है।

इन केंद्रों में चलने वाले पाठ्यक्रमों ट्रेनर्स, असेसर्स , टेक्निकल असिस्टेंट आदि सभी लोग बाहर से आते है जिससे की ये खतरनाक बीमारी (कोरोना वायरस) के फैलने की सम्भावना भी बढ़ जाती है. वाराणसी चंदौली आदि उत्तर प्रदेश के सभी प्रमुख हिस्सों में ये धड़ल्ले से चल रहा है जिसमे कही ना कही प्रशासन की भी मिलीभगत नज़र आती है। 

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