लखनऊ / दिल्ली / काबुल । काबुल में रूसी दूतावास ने एक बयान में कहा कि अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी चार कारों में पैसे से भर कर और एक हेलीकॉप्टर लेकर अफगानिस्तान सेे भाग गए और कुछ पैसे पीछे छोड़ गए क्योंकि वह कारों और हेलीकॉप्टरों में नही आ सकते थे।काबुल में रूसी दूतावास की प्रवक्ता निकिता इशचेंको के हवाले से रूस की समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने ये ख़बर दी है।
रॉयटर्स के मुताबिक, हमें नहीं पता कि अशरफ गनी कहां है निकिता इशचेंको ने रायटर को दिए बयान की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्हें प्रत्यक्षदर्शी द्वारा सूचित किया गया था। हालांकि, रायटर स्वतंत्र रूप से इस दावे की पुष्टि नहीं कर सका।अफगानिस्तान में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के विशेष दूत जमीर काबुलोव ने कहा, यह स्पष्ट नहीं है कि भगोड़ी अफगान सरकार ने कितना पैसा छोड़ा है।
मुझे उम्मीद है कि भगोड़ी सरकार ने बजट से सारा पैसा नहीं लिया है न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने अपनी एक रिपोर्ट में यह दावा किया है। रूसी न्यूज एजेंसी RIA और कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से एजेंसी ने कहा कि अशरफ गनी को कुछ पैसा छोड़कर ही जाना पड़ा क्योंकि वह उसे रख नहीं पा रहे थे। काबुल में रूसी दूतावास के प्रवक्ता निकिता इंशचेन्को ने कहा, चार कारें कैश से भरी हुई थीं। उसके बाद उन्होंने कुछ रकम हेलिकॉप्टर में रखी। इसके बाद भी वह पूरा पैसा नहीं रख पाए और कुछ पैसे यूं ही छोड़कर निकल गए।
रूसी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा कि एक प्रत्यक्षदर्शी से मिली जानकारी के अनुसार वह यह बात कह रहे हैं।फिलहाल अशऱफ गनी कहां हैं, यह किसी को भी मालूम नहीं है। हालांकि रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि वह ओमान पहुंच गए हैं और उन्हें ताजिकिस्तान और कजाकिस्तान ने अपने देश में आने की अनुमति नहीं दी।
कहा जा रहा है कि वह ओमान होते हुए अमेरिका निकलने की तैयारी में हैं। अफगानिस्तान से निकलने से ठीक पहले फेसबुक पर लिखी एक लंबी पोस्ट में अशरफ गनी ने कहा था कि वह देश में खूनखराबे को रोकने के लिए ऐसा कर रहे हैं। गनी ने कहा था कि यदि वह यहां बने रहेंगे तो उनके समर्थक भी सड़कों पर आएंगे और तालिबान के हिंसक रवैये के चलते खूनखराबा होगा।