लखनऊ / दिल्ली । कोविड 19 महामारी पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की पहली स्टडी रिलीज कर दी गई है, कोरोना वैक्सीन पर दुनिया भर में स्टडी की जा रही आल इंडिया इंंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की भारत में जिनोम सीक्वेंस पर की गई पहली स्टोरी के नतीजे सामने आ गए हैैं।
यह स्टडी अप्रैल-मई 2021 में कंडक्ट की गई थी इस स्टडी में ये पता लगाया गया है कि टीकाकरण के बावजूद जिनको करोना संक्रमण हुआ क्या उनमें एंटी बॉॉडी मौजूद थी और टीकाकरण के बावजूद इनमें से किसी की कोविड से मौत हुई?
रिपोर्ट में बताया गया है कि सभी मरीजों की एंटीबॉडी चेक की गई तो पाया गया कि सब में एंटी बॉडी मौजूद थी इसके बावजूद उन्हें संक्रमित होना पड़ा लेकिन किसी की भी कोरोना संक्रमण से मौत नहीं हुई इस मायने में एम्स की नई रिपोर्ट कई मामलों में अनोखी है।
रिपोर्ट में मे भी खुलासा हुुुआ कि 5 से 7 दिनों तक लगातार बुखार रहने के बावजूद वैक्सीन लेने वाले व्यक्ति ज्यादा गंभीर रूप से संक्रमित नहीं पाए गए, स्टडी में मरीजों की उम्र 21 साल सेे 37 साल के बीच थी, सैंपल के तौर पर 41 पुरुष और 22 महिलाएं ली गई थी इनमें से किसी को कोई बीमारी नहीं थी।
संक्रमण के मामलों में से 10 मरीजों में इम्यूनोग्लोबुलिन एंटीबॉडी थी, जिस का मूल्यांकन केमिलुमिनसेंट इम्यूनोसे द्वारा किया गया था वही, इनमें से 6 मरीजों के महीने पहले IgG एंटीबॉडी थी जबकि 4 लोगों में संक्रमण के बाद एंटीबॉडी पाई गई।