लखनऊ / दिल्ली / काबुल । अफगानिस्तान में अमेरिकी सैन्य अभियान का अंत हो गया है पूर्वी नाम अमेरिकी सेना के अंतिम तीन सी-17 विमानों देर रात काबुल के हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरी और अपने वतन वापस लौट गए।
काबुल से अमेरिका के आखिरी विमान के उड़ान भरने के बाद तालिबान जहां जश्न मना रहा है, वही अमेरिकी सेना ने जाते-जाते भी अफगानिस्तान की नई सत्ता को झटका दिया है। दरअसल अमेरिकी सेना ने सोमवार को अपने वतन लौटने से पहले काबुल एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में मौजूद विमानों, सशस्त्र वाहनों और यहां तक कि हाईटेक पॉकेट डिफेंस सिस्टम तक को डिसएबल कर दिया है। अमेरिकी जनरल ने यह जानकारी दी है।
अमेरिका के सेंट्रल कमांडेंट के मुखिया जनरल केनेथ मैकेंजी ने बताया कि हामिद कर जाए एयरपोर्ट पर मौजूद 73 विमानों को सेना ने डिमिलिटराइज्ड कर दिया है। जिसका मतलब है कि अब यह विमान यूजलेस है। उन्हें कभी भी कोई संचालित नहीं कर पाएगा और ना ही कभी उड़ा पाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि 14 अगस्त को बचाओ अभियान शुरू करते हुए अमेरिका ने करीब 6000 सैनिकों को तैनात किया था पूर्वी नाम इसकी वजह से अब हवाई अड्डे पर 70 एमआरपी वाहनों को भी नष्ट कर दिया गया है। इस तरह के एक वाहन की कीमत करीब 10 लाख डॉलर है।
काबुल से अमेरिकी सैनिकों के निकलने के बाद तालिबानियों ने हवा में गोलियां दागकर जीत का जश्न भी मनाया है। अमेरिका ने भी मंगलवार की समय सीमा से पहले अपने सैनिकों की वापसी पुष्टि की है ,इसके साथ ही करीब 20 साल बाद अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना लौटी है।