बेंगलूरू। भारत में शुक्रवार को पहले शख्स को स्पूतनिक V वैक्सीन लगाई गई है. अब तक भारत के पास दो टीके (कोविशील्ड और कोवैक्सीन) ही मौजूद थे। स्पूतनिक V ने ट्वीट करते हुए लिखा कि भारत में स्पूतनिक V का पहला डोज दिया गया. हमें गर्व है कि कोरोना के खिलाफ भारत की इस लड़ाई में हम उनके साथ खड़े हैं. स्पूतनिक V एक रूसी-भारतीय वैक्सीन है।
रशियन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड के सीईओ किरिल देमेत्रीव ने बताया है कि स्पूतनिक V का ज्यादातर उत्पादन भारत में होगा। इस साल वैक्सीन की 85 करोड़ डोज तैयार किए जाने की उम्मीद है।
देश में रूसी वैक्सीन Sputnik V की पहली डोज दीपक सपरा हो लगी है। रूस से डेढ़ लाख डोज की पहली खेप 1 मई को भारत पहुंच चुकी थी। यह वैक्सीन 91.6 फीसद कारगर है।
डॉ रेड्डीज लैब में कस्टम फार्मा सर्विसेज के ग्लोबल हेड दीपक सपरा आईआईएम बेंगलुरु से पढ़े हैं। उन्होंने अपने करियर में मार्केटिंग, सेल्स, बिजनेस डेवलपमेंट सहित कई क्षेत्रों में सेवाएं दी हैं। उनकी पढ़ाई इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट के क्षेत्र में हुई है। वह भारतीय रेल सेवा में भी काम कर चुके हैं। सपरा फुलब्राइट फेलो भी रहे हैं। उनकी पहली पुस्तक 2018 में प्रकाशित हुई थी। वह पूर्वी भारत में दिव्यांगों के लिए काम करने वाले चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक भी हैं।