लखनऊ । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रदेश सहकार भारती के एफ. पी.ओ.प्रकोष्ठ के तत्वावधान में कृषि उत्पादक संगठन (एफ. पी .ओ.) उन्न्यन पर बृहस्पतिवार को परिचर्चा का कार्यक्रम आयोजित हुआ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि पूरे विश्व में भारत के किसानों का व्यापार 40 प्रतिशत था यही कारण है भारत को सोने की चिड़िया बोला जाता था । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत को पुनः किसानों के माध्यम से प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना चाहते हैं । ताकि विश्व में एक नया कीर्तिमान स्थापित हो सके। इसके लिए वह विज्ञान, भारतीय संस्कृति तथा पारम्परिक खेती को जोड़ते हुए भारत के 80 प्रतिशत लोगो को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य रखा है।
श्री शाही ने कहा देश में खेती के प्रति जो निराशा का भाव था उसे छोड़कर आशा में बदलते हुए परिणाम तक लाने की जिम्मेदारी कृषि उत्पादक संगठनों का है। भारत सरकार ने देश के प्रत्येक राज्य में एफ पी ओ जैसी योजना को बल दिया जिसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। उत्तरप्रदेश के कृषि विभाग ने शक्ति पोर्टल बनाया है ।
उन्होंने कहा कि रजिस्टर्ड एफ पी ओ को राज्यसरकार की सभी योजनाओं की जानकारी देने के लिए निर्देशित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि भूमि को अधिक उर्बरक बनाने की आवश्यकता है प्राकृतिक उर्वरक को बढ़ावा देने से सरकार की सब्सिडी योजना पर काफी धन बचा सकते हैं। किसान को आर्थिक मजबूती प्रदान करने के लिएसरकार ने दाल, धान, अरहर ,चना,मसूर की एमएसपी को दो से तीन गुना मूल्य बढ़ाया है।
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कृषक उत्पादक संगठनों को सफलता का मूलमंत्र बताते हुए उन्होंने कहा एफ पी ओ में अधिक से अधिक किसानों को जोड़कर लाभान्वित करने का प्रयास किया जाय और प्रयास किया जाय कि ग्रामीण जीवन शैली को एफपीओ के माध्यम से कैसे बेहतर बनाते हुए प्रधानमंत्री जी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार किया जाय।
कृषि मंत्री ने समस्त प्रतिनिधियों की कठिनाइयों को सुना और समाधान के किये आश्वस्त किया। उन्होंने सहकार भारती को विश्वास दिलाया कि उत्तरप्रदेश सरकार का कृषि विभाग किसानों के विकास के लिए हर सम्भव प्रयास करेगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीना नाथ ठाकुर ने कहा कि यदि हम नदी ,गाय गावँ, गरीब उन्मूलन पर कार्य करें तो देश तेजी से प्रगति करेगा । साथ ही उन्होंने कहा कि एफ पी ओ को जनशक्ति का माध्यम बनाना है और ये अच्छी तरह से कार्य करें तो आने वाले समय में हमारा देश विकसित देशों की श्रेणी में गिना जाएगा।
इस अवसर पर बैंकिंग निबंधक सहकारिता आई ए एस बी.चंद्रकला ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सभी सरकारी योजनाओं को एफपीओ के प्रतिनिधियों को विस्तार पूर्वक बताया। कार्यक्रम को मुख्य रूप से कृषि अनुसंधान परिषद के अध्यक्ष कैप्टन विकास गुप्ता ,एग्रोटेक के डायरेक्टर शरद अवस्थी, कृषि वैज्ञानिक डा जगवीर रावत पदमभूषण से सम्मानित एफपीओ संचालक भरत भूषण त्यागी कमल सिंह व कृषि विभाग के अधिकारियों ने संबोधित किया ।
इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि कृषिमंत्री सूर्य प्रताप शाही और सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीना नाथ ठाकुर एवं मंचासीन अतिथियों द्वारा श्रद्धये लक्ष्मण राव इनामदार व भारत माता के चित्र पर दीप प्रज्ज्वल कर किया गया । इस अवसर पर सहकार भारती उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष नरेंद्र उपाध्याय ने मुख्यअतिथि का स्वागत करते हुए स्वागत उद्द्बोधन किया।
सभी अतिथियों का आभार एवम् धन्यवाद ज्ञापित सहकार भारती उत्तरप्रदेश के महामंत्री डॉ प्रवीण सिंह जादौन व संचालन सहप्रमुख एफपीओ प्रकोष्ट भुवन द्विवेदी ने किया। कार्यक्रम में मुख्यरूप से सहकार भारती की प्रदेश संगठन प्रमुख डॉ अरुण सिंह , एफपीओ प्रकोष्ट प्रमुख प्रताप भान सिंह,उपाध्यक्ष हीरेंद्र मिश्रा ,प्रदेश मंत्री कृष्ण कुमार ओझा, संपर्क प्रमुख अशोक शुक्ला, सह संपर्क प्रमुख वीके सिंह, डा देव सिंह कोषाध्यक्ष शिवेंद्र प्रताप सिंह, मीडिया प्रभारी विवेक राय, विपरण प्रकोष्ठ प्रमुख सुरेन्द्र सिंह चौहान सहित प्रदेश से एफपीओ के 400 प्रतिनिधि उपस्थित रहे।