विश्व खाद्य सुरक्षा

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पत्र सूचना शाखा
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग उत्तर प्रदेश

उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देश पर मनाया गया विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस।

सुरक्षित खाद्य पदार्थों को लेने के लिए लोगों को किया जाए जागरूक।

-श्री केशव प्रसाद मौर्य
दूषित भोजन कोई ग्रहण न करें, इसके लिए चनचेतना पैदा करना बहुत जरूरी।

डा०आर०के०तोमर

लखनऊ: 07 जून.2022

उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सुरक्षित खाद्य एवं भोज्य पदार्थों को ग्रहण करने के लिए अधिक से अधिक लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए। असुरक्षित खाद्य सामग्री लेने से तमाम तरह की बीमारियां जन्म लेती हैं।कहा कि विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के उद्देश्यों की जानकारी जन जन को दी जाय।
उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देश पर आज उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के तत्वाधान में रीजनल फूड रिसर्च एण्ड एनालिसिस सेण्टर (आर- फ्रैक) लखनऊ द्वारा विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के अवसर में एक विशेष समारोह आयोजित किया गया। कार्यशाला में बड़ी संख्या में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के उद्यमियों, महिला स्वयं सहायता समूह एन०जी०ओ०, विभिन्न विश्वविद्यालयओं एवं संस्थानों ( राजकीय खाद्य प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी संस्थान लखनऊ, बुन्देल खण्ड विश्वविद्यालय, झांसी, इन्टीग्रल विश्वविद्यालय लखनऊ, बाबा भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ, एसएचएटी, इलाहाबाद, बीबीडी विश्वविद्यालय लखनऊ विश्वविद्यालय, एमटी यूनिवर्सिटी, राम स्वरूप विश्वविद्यालय आदि) से आये हुए विद्यार्थियों के अतिरिक्त वैज्ञानिकों तथा केन्द्र के कर्मचारियों ने भाग लिया।

निदेशक, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण उ०प्र० डा०आर० के०तोमर ने समारोह का शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि वर्ड फूड सेफ्टी डे यानि विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस हर साल मनाया जाता है। यूनाइटेड नेशन द्वारा खाद्य एवं कृषि संगठन द्वारा इसकी शुरुआत की गयी थी। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को दूषित भोजन के प्रति जागरूक करना है। डॉ० तोमर द्वारा विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस पर यह शपथ दिलायी गयी कि हम दूषित भोजन से दूर रहे और समाज को प्रेरित करे। उन्होनें कहा कि सुरक्षित खाद्य पदार्थ के प्रयोग से हम उत्तम स्वास्थ्य सुनिश्चित कर सकते हैं।उन्होंने कहा कि असुरक्षित भोजन विशेष कर शिशुओं ,छोटे बच्चों व बुजुर्गो को प्रभावित करता है
आर-फैक के निदेशक डा० एस०के० चौहान ने अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत किया और विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर डॉ० राकेश कुमार, डॉ० प्रेमचन्द्र शर्मा एफ०एस०एस०ए०आई० कन्सलटेन्ट, डॉ० सुमित सिंह उद्यमी गाजियाबाद, डॉ० करूणा शंकर वरिष्ठ वैज्ञानिक सीमेप, डॉ०एम०सी०तोमर, सेवानिवृत्ति चीफ कैमिस्ट, श्री एम०पी०सी० खाद्य सुरक्षा अधिकारी, श्री राजबली सिंह, सेवानिवृत्ति प्रशिक्षक, डॉ०ए०के०रावत, सेवानिवृत्ति वरिष्ठ वैज्ञानिक एनबीआरआई एवं श्री शुभम पीएमएफएमई ने अपने-अपने विषय पर सुरक्षित खाद्य पदार्थ के उपयोग पर व्याख्यान दिया, और उसके महत्व पर प्रकाश डाला।


डा० चौहान ने बताया कि दुनिया में अनुमानित 600 मिलियन लोग, अर्थात 10 में से एक व्यक्ति दूषित भोजन खाने के बाद बीमार पड़ जाते हैं, तथा 4 लाख से अधिक लोग मृत्यु के शिकार हो जाते हैं। है। इस अवसर पर एनबीआरआई के पूर्व वैज्ञानिक डा० ए०के०एस० रावत में बाजार में उपलब्ध सब्जियों एवं फलों तथा अन्य खाद्य सामाग्री में कृतिम रंगो तथा कीटनाशको के बहुतायत प्रयोग के प्रति लोगों को सचेत रहने की सलाह दी। इस अवसर पर विद्यार्थियों के लिये एक क्विज, पोस्टर प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया तथा प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया ।

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