पेशावर: अफगानिस्तान की सीमा से लगे पाकिस्तान के उत्तरपश्चिमी कबायली क्षेत्र में सेना के एक शिविर स्थित एक मस्जिद पर चार सशस्त्र आत्मघाती हमलावरों ने हमला किया जिसके बाद हुई भीषण गोलीबारी में चारों हमलावर और दो सैनिक मारे गए। आतंकवादियों ने सात कबायली जिलों में से एक मोहमन्द एजेंसी के गलानई स्थित मोहमंद रायफल्स मुख्यालय में हमला किया और मस्जिद के अंदर चले गए जहां सुबह की नमाज के लिए बड़ी संख्या में लोग और रंगरूट एकत्र हुए थे। आत्मघाती जैकेट पहने हमलावरों ने मस्जिद के अंदर घुसते हुए अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। सेना ने एक बयान में बताया ‘‘उन्हें पकड़ लिया गया और मस्जिद के बाहरी हिस्से में ले जाया गया। सुरक्षा बलों ने घेर कर हमलावरों को मार डाला।’’ अधिकारियों ने बताया कि हमले में 15 जवाना घायल हो गए हैं जिनमें से पांच की हालत नाजुक बताई जाती है। सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल आसिम सलीम बाजवा ने ट्वीट किया ‘‘सुरक्षा बलों ने मोहमंद एजेंसी स्थित घलानई शिविर में हुए आत्मघाती हमले को बहादुरी के साथ नाकाम किया।’’ उन्होंने बताया कि हमले में दो सैनिक भी मारे गए। तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान से अलग हुए गुट जमात उल अहरार ने हमले की जिम्मेदारी ली है। पाकिस्तान के गृह मंत्री ने इस माह के शुरू में इस गुट को आतंकवादी होने का दर्जा दिया था। हमले के बाद जिला प्रशासन ने मोहमंद में कफ्र्यू लगा दिया और उग्रवादियों की तलाशी के लिए अभियान चलाया है। कभी उग्रवादियों का गढ़ रहे मोहमंद में सेना के बार बार अभियान चलाने के कारण अब शांति है। अधिकारियों ने बताया कि बहरहाल, अफगानिस्तान से लगने वाली और बहुत ही कम सुरक्षा वाली सीमा से कई बार आतंकी पाकिस्तानी हिस्से में घुस जाते हैं और हमले करते हैं।