ध्यान रहे, आप MP चुनने जा रहे हैं ना कि वीकेंड स्पेशल MP

जाति धर्म लोभ लालच से परे देश के विकास के लिए अपना मत दीजिये

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वोट आपका अधिकार है, किसको देना है किसको नहीं देना है ये फैसला आपको करना है। किसी से प्रभावित होने की ज़रूरत नहीं है। बस मंथन कीजिए कि आपकी पहली ज़िम्मेदारी है कि आपका ‘घर’ सुरक्षित हो। जैसे आपके घर में किसी अजनबी, किसी बाहरी की आहट भर से आप सतर्क हो जाते हैं वैसे ही आपको सतर्क रहना है।

अगर आप अपनी बेटी, अपनी बहन का विवाह करने के लिए वर का चयन करेंगे और आपसे कहा जाए कि ‘लड़का नाकारा है लेकिन लड़के के पिता यानि लड़की के होने वाले ससुर जी का बहुत नाम है’ तो क्या आप ससुर के नाम पर किसी अयोग्य, किसी नाकारे को बिटिया सौंप देंगे ?

बचपन से आप और हम सुनते चले आ रहे हैं कि ‘जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपी गरीयसी’। जिस माटी में आपने जन्म लिया उसके प्रति आपका फ़र्ज़ क्या है ये भी आपको समझना होगा।

अगर आज आप ब्राह्मण, ठाकुर, यादव, मुस्लिम में बंटे रहे तो आप की एहमियत ‘जनता’ की तरह नहीं होगी, क्योंकि आप मतदाता नहीं बल्कि सिर्फ ‘वोटबैंक’ हैं।

मंचीय भाषण आपने बहुत सुने होंगे कि संसद को अपराधी मुक्त बनाना है, लेकिन आप और हम इस पर कभी गंभीरता पूर्वक विचार नहीं करते, इसलिए हर प्रत्याशी पर विचार कीजिये, अगर कोई अपराधी है, किसी संगीन मामले का आरोपी है, ज़मानत पर है… तो ऐसी प्रत्याशी को वोट देने से लोकतंत्र के कत्ल के अभियुक्त आप भी होंगे।

आपका प्रतिनिधि ऐसा हो जो सुलभ हो, सरल हो.. क्योंकि आप सांसद चुनने जा रहे हैं। ‘वीकेंड स्पेशल एमपी’ नहीं।

आपको बरगलाने की खूब कोशिशें होंगी। अगर आप हिन्दू हैं तो मुस्लिमों का डर दिखाया जाएगा, मुस्लिम हैं तो योगी-मोदी का डर, अली Vs बजरंग बली होगा, इस्लाम के झंडे को पाकिस्तानी बताया जाएगा, आपके व्हाट्सएप्प को अफवाह, फेक न्यूज़ का डस्टबिन बनाया जाएगा। मस्जिदें गिराई जाएंगी, मंदिर के लिए पत्थर तराशे जाएंगे। कोई 6 हज़ार सालाना देगा तो कोई हर महीने… असल में इस तरह की तमाम चीजें सिर्फ आपको दिशाभ्रमित करने के लिए हैं।

अगर आप इन सब बातों पर गौर कर रहे हैं, भरोसा कर रहे हैं, तो यकीन जानिए आप ‘जनता जनार्दन’ नहीं आप सिर्फ वोटबैंक हैं।

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