आज यहाँ राजभवन में नैक की ‘ए प्लस‘ ग्रेड प्राप्त किंग जॉर्ज विश्वविद्यालय, लखनऊ की नैक तैयारी हेतु गठित टीम के साथ समीक्षा बैठक की। के0जी0एम0यू0 की टीम से क्राइटेरिया वाइज नैक में प्राप्तांको और उच्चतम ग्रेड हेतु रह गई कमियों की जानकारी ली। टीम का उत्साहवर्द्धन करते हुए कहा कि अगले पाँच साल बाद विश्वविद्यालय पुनः नैक ग्रेेड के लिए आवेदन करेगा, इस अंतराल में बताई गई कमियों को दूर करके उच्चतम ग्रेड प्राप्त करने के लिए प्रयास करें।
नैक के उच्चतम ग्रेड ‘ए प्लस प्लस‘ प्राप्त करने के विश्वविद्यालय को अपनी ऑनलाइन प्रक्रियाओं और बेहतर करने को कहा। कहा कि नैक के निर्धारित मानकों के अंतर्गत भी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं, जिससे ख्याति प्राप्त चिकित्सा संस्थान होने के साथ नैक का भी उच्चतम ग्रेड प्राप्त हो। उन्होंने गुणवत्ता सुधार पर विशेष ध्यान केन्द्रित करने, विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को प्रशासनिक कार्यों में भी शामिल कर योग्यता सम्वर्द्धन करने, विश्वविद्यालय परिसर से बाहर गतिविधियाँ बढ़ाने पर जोर दिया। विश्वविद्यालय के कुलपति को भारत सरकार के निर्णय पर आई0आई0टी0 आसाम और मेडिकल कॉलेज द्वारा संयुक्त रूप से किये जा रहे शोध एवं नवाचार की तर्ज पर के0जी0एम0यू0 को भी कार्य करने हेतु प्रेरित किया।
चर्चा के दौरान के0जी0एम0यू0 की नैक कमेटी के सदस्यों ने चिकित्सा शिक्षा संस्थानों की प्रकृति अलग होने और नैक के सामान्य मानकों के अनुरूप न होने, अंक गणना पद्धति में चिकित्सा संस्थान की विशेषाताओं को शामिल न करने जैसी अनेक तकनीकी विषमताओं अपने प्रयासों के अनुरूप अंक प्राप्त न होने पर भी चर्चा की।
यहाँ उल्लेखनीय है कि हाल ही में एन0आई0आर0एफ0 रैंकिंग में के0जी0एम0यू0 ने अपनी रैंकिंग में सुधार हासिल किया है। क्यू0एस0वर्ल्ड0 यूनिवर्सिटी रैंकिंग में देश के चुनिंदा शिक्षण संस्थानों में के0जी0एम0यू0 का स्थान भी है और अब नैक में ‘ए प्लस‘ ग्रेड प्राप्त करके ये चिकित्सा संस्थानों में सर्वोच्च नैक ग्रेड प्राप्त करने वाला देश का पहला चिकित्सा संस्थान बन गया है। विश्वविद्यालय के कुलपति ले0जन0 (डॉ0) बिपिन पुरी ने बैठक में नैक तैयारी हेतु मिले दिशा-निर्देशों, कार्यशाला, समीक्षा बैठकों के लिए विशेष धन्यवाद दिया।
बैठक में विश्वविद्यालय की नैक कमेटी के व्यक्तिगत अनुभवों, नैक तैयारी के लिए संस्थान में किए गए अतिरिक्त कार्यों के दौरान पारिवारिक दायित्वों के निर्वहन की व्यवस्थाओं, नैक तैयारी के दौरान कार्य सम्पादन में अनुभवों के विस्तार पर भी चर्चा की। टीम के सदस्यों का उत्साहवर्द्धन किया और विश्वस्तरीय रैंकिंग की प्रक्रियाओं को भी समझने और उनमें भी आवेदन करके के0जी0एम0यू0 को विश्व प्रसिद्ध चिकित्सा संस्थान बनाने के लिए प्रेरित किया।