आज चण्डीगढ़ विश्वविद्यालय, पंजाब के दीक्षान्त समारोह में बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित किया। इस अवसर पर समारोह को सम्बोधित करते हुए उपाधि एवं पदक प्राप्त करने वाले सभी छात्र-छात्राओं एवं उनके अभिभावकों को बधाई दी और कहा कि अभिभावकों के अथक योगदान ने आप सभी को यह उपाधि एवं पदक प्राप्ति का अवसर प्रदान किया। प्रसन्नता व्यक्त की कि चण्डीगढ़ विश्वविद्यालय न केवल स्वयं, बल्कि अन्य विश्वविद्यालयों को भी शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान निभा रहा है।
कहा कि अच्छी गुणवत्ता वाली शिक्षा सभी के लिए सस्ती और सुलभ होनी चाहिए। यह तभी सम्भव है जब शिक्षा में नवाचार और शोध के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाने के प्रयास किये जाये।कहा कि किसी भी राष्ट्र अथवा सभ्यता का विकास उसके शिक्षा केन्द्रों में होता है।
कहा कि चण्डीगढ़ विश्वविद्यालय 50 अन्य विश्वविद्यालयों को नई शिक्षा नीति को सही तरीके से लागू करने और राज्य के विश्वविद्यालयों को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए निरन्तर प्रयासरत है, जिनमें गुजरात के विश्वविद्यालय भी शामिल हैं। चण्डीगढ़ शहर को पंजाब और हरियाणा दोनों राज्यों की राजधानी का गौरव प्राप्त है और चण्डीगढ़ विश्वविद्यालय उद्योग जगत के लिए एक पसंदीदा संस्थान बनकर उभरा है।
इस अवसर पर विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।