लखनऊ (राज्य मुख्यालय) । उत्तर प्रदेश उर्दू एकेडमी द्वारा 2018 के पुरस्कारों के क्रियान्वयन पर रोक लगा दी गई है। बीते दिनों इन पुरस्कारों की घोषणा की गई थी जिसमें साहित्य, कला, पत्रकारिता सहित अन्य विधाओ में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए लोगों का चयन किया गया लेकिन पुरस्कारों की घोषणा होने के साथ ही इन पर सवाल उठने लगे थे।
जिसका संज्ञान लेते हुए शासन ने उर्दू एकेडमी से तीन दिन के भीतर जवाब देने को कहा है प्रमुख सचिव जितेंद्र कुमार ने कहा कि आख्या प्राप्त होने तक उत्तर प्रदेश उर्दू एकेडमी को पुरस्कारों के लिए किसी भी प्रकार के भुगतान पर रोक लगा दी गई है।
सूत्रों के मुताबिक चयन प्रक्रिया को अंतिम रूप देने के लिए बुलाई गई बैठक में एकेडमी की चेयर पर्सन प्रोफेसर आसिफ़ा ज़मानी ने खुद को और दो अन्य सदस्यों को भी पुरस्कृत करने के लिए अनुमोदन का प्रस्ताव रखा तो बैठक में हंगामा हो गया कार्यकारिणी के सामने जैसे जैसे चयनित लोगों के नाम आते रहे वैसे वैसे असहमतियों के स्वर तेज़ होते रहे फिर भी जैसे तैसे बैठक की कार्यवाही को संपन्न करा कर जल्दबाजी में अनुमोदन ले लिया गया।
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