लखनऊ ( राज्य मुख्यालय) । पूर्व बीएसपी विधायक जितेंद्र सिंह बबलू को बुधवार बीजेपी में सदस्यता दी गई थी। लेकिन मंगलवार को पूर्व विधायक जितेन सिंह बबलू को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। दरअसल इलाहाबाद सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने बबलू को बीजेपी में शामिल होने पर खुलेआम नाराजगी जताई थी।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पूर्व विधायक जितेंद्र सिंह बबलू को पार्टी से निष्कासित कर दिया। पूर्व बीएसपी विधायक बबलू के लिए 12 साल पुराना मामला मुसीबत बन गया दरअसल उन पर रीता बहुगुणा जोशी का घर जलाने का आरोप है।
बाहुबली बबलू की सदस्यता पर नाराजगी जताते हुए, रीता बहुगुणा जोशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से समय मांगा था। इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को भी फोन कर नाराजगी जताई थी। बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेई ने भी शुक्रवार को बबलू के बीजेपी में शामिल होने को गलत बताया था।
2007 में बहुजन समाजवादी पार्टी पूर्ण बहुमत से सत्ता में आई, उस वक्त बबलू बीकापुर से बीएसपी विधायक थे। घटना जुलाई 2009 की है, उस समय रीता बहुगुणा जोशी यूपी कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष थीं सीमा बलात्कार के एक मामले में यूपी सरकार के मुआवजा देने पर सवाल उठाते हुए उन्होंने मुरादाबाद से तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।थी।
जिससे बीएसपी समर्थक बहुत नाराज हुए थे। लखनऊ में रीता के आवाज को निशाना बनाते हुए, उनके घर को जला दिया गया। आरोप है कि बबलू की मौजूदगी में यह सब हुआ कौवा उसके खिलाफ हुसैनगंज में एफ आई आर भी दर्ज हुई। 2011 में बबलू गिरफ्तार भी हुआ। हालांकि बाद में उन्हें बेल पर रिहा कर दिया गया।