लखनऊ / दिल्ली । संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष वोल्कन बोज्किर के पाकिस्तान दौरे के दौरान कश्मीर मुद्दे पर दिए गए बयान से खफा भारत को संयुक्त राष्ट्र महासभा की तरफ से सफाई दी गई है। कश्मीर मुद्दे पर दिए बयान पर वोल्कन बोज्किर के प्रवक्ता ने सफाई पेश की है। संयुक्त राष्ट्र महासभा अध्यक्ष की उप प्रवक्ता एमी कांत्रिल ने बयान जारी कर कहा कि वोल्कन बोज्किर के बयान को गलत तरह से देखा गया है।
एमी कांत्रिल ने कहा कि जब महासभा के अध्यक्ष पाकिस्तान के दौरे पर गए थे तो उन्होनें अपने बयान में कहा था कि दक्षिण एशियाई देशों की शांति भारत और पाकिस्तान के कश्मीर मुद्दे पर शांति, स्थिरता एवं समृद्धि के आधार पर टिकी है। दोनों देशों के बीच इस मुद्दे पर शांति समाधान से ही रिश्ते सामान्य होंगे।
अपने प्रेस-कांफ्रेंस में उप प्रवक्ता ने बताया कि अध्यक्ष बोज्किर भारतीय विदेश मंत्रालय के इस व्यवहार से आहत हैं। महासभा अध्यक्ष बातचीत को ही शांति बनाए रखने का सबसे सही माध्यम मानते हैं। उन्हें दुख है कि उनके बयान को इस तरह से देखा गया। अध्यक्ष बोज्किर शांतिपूर्ण तरीके से ही किसी मुद्दे को हल करने का समर्थन करते हैं। इसके साथ ही उन्होनें भारत पाकिस्तान के बीच शिमला समझौते का भी जिक्र किया।
गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष वोल्कन बोज्किर बांग्लादेश और पाकिस्तान के दो दिवसीय दौरे पर गए थे। जहां पर उन्होनें पाकिस्तान में पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के साथ एक प्रेस-कॉंफ्रेंस में बयान दिया था कि पाकिस्तान को कश्मीर मुद्दे को अंतराष्ट्रीय स्तर पर जोर शोर से उठाना चाहिए।
27 मई को अपने बयान में महासभा अध्यक्ष ने कहा कि अंतराष्ट्रीय मंच पर कश्मीर मुद्दे को मजबूती से उठाना पाकिस्तान का दायित्व है। इसके साथ ही उन्होनें इसकी तुलना फिलीपिंस से की। उन्होनें बताया कि फिलीपिंस की तरह ही कश्मीर विवाद के समाधान के लिए मजबूत इच्छाशक्ति की बहुत ही कमी है। मैनें हमेशा से ही कश्मीर की स्थिति बदलने का विरोध किया है।
महासभा अध्यक्ष के इस बयान के बाद भारत के विदेश मंत्री एस रविशंकर के प्रवक्ता की तरफ से बयान जारी किया गया। उनके प्रवक्ता अंद्रिम बाग्ची ने कहा कि वोल्कन बोज्किर का ऐसा बयान देना उनके स्थान को अपमानित करता है। जिस जगह पर वो हैं उनका इस तरीके का बयान देना अशोभनीय है। भारत सरकार इस बयान को स्वीकार नहीं करता है और इसकी निंदा करता है। अध्यक्ष बोज्किर का बयान गुमराह करने वाला है और उनके दर्जे को घटाता है।