चोरी हेराफेरी.. चोकसी के पकड़े जाने से देश के चोर भी चौकन्ने

मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक, जब नीरव मोदी का नाम इस फ्रॉड में सामने आया कई ज्वेलरों ने उनके बारे में बोलने से मना कर दिया। कई ने तो उनसे संबंध की बात से ही इंकार कर दिया।

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लखनऊ / दिल्ली । अरबपति डायमंड कारोबारी नीरव मोदी और उनके साथियों ने साल 2011 में बिना तरासे हुवे हीरे आयात को line of credit के लिए PNB ( Punjab National Bank ) की एक ब्रांच से संपर्क किया लेकिन पीएनबी के कुछ कर्मचारी ऐसे थे जिन्होंने कथित तौर पर नीरव मोदी की कंपनियों का फर्जी LOU जारी किया ऐसा करते वक्त उन्होंने मैनेजर को भी अंधेरे में रखा। 

इस सब से तब पर्दा हटा जब Punjab National Bank के पुराने अधिकारी रिटायर हो गए और नए अधिकारी आ गए नीरव मोदी के अफसरों ने फिर से यही सुविधा शुरू करने की कोशिश की लेकिन नए अधिकारियों ने उनकी गलती पकड़ ली और स्कैम से पर्दा हटाने के लिए इसकी जांच शुरू कर दी।

आपको बताते चलें कि PNB घोटाले का mastermind मेहुल चोकसी था उसका भांजा नीरव मोदी नहीं। मेहुल ने फर्जीवाड़े की प्लानिंग बनाई और आयात निर्यात की आड़ में रुपयों की हेरा फेरी की। 

चोकसी के लापता होने के बाद एंटीगुआ एंड बारबुडा ने इंटरपोल येलो नोटिस जारी कर दिया था ये एक लापता व्यक्ति के लिए ग्लोबल पुलिस अलर्ट होता है। नोटिस की वजह से डोमिनिका की पुलिस को चोकसी की जानकारी मिल गई थी वो क्यूबा भागने की कोशिश कर रहे थे।

मेहुल चोकसी के पकड़े जाने के बाद एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गेस्टन ब्राउन ने कहा कि हमने डोमिनिका की सरकार से चोकसी को भारत प्रत्यर्पित करने की अपील की है। एंटीगुआ की सरकार कई बार कह चुकी है कि वो चोकसी को भारत भेजने के लिए तैयार हैं।

बता दें कि भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी ने एंटिगा की नागरिकता प्राप्त करने के प्रयास की पुष्टि खुद ही कर दी है।साथ ही ये भी बता दे कि नीरव मोदी के पिता हीरा कारोबारी थे। 

मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक, जब नीरव मोदी का नाम इस फ्रॉड में सामने आया कई ज्वेलरों ने उनके बारे में बोलने से मना कर दिया। कई ने तो उनसे संबंध की बात से ही इंकार कर दिया। देश के बड़े रईस नीरव मोदी 2016 के फोर्ब्स के मुताबिक 11,237करोड़ की संपत्ति के मालिक नीरव मोदी देश के सबसे रईस लोगों की गिनती में 46 स्थान पर थे। 

केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई के मुताबिक बैंक से उसे दो शिकायतें मिलीं हैं जिनमें आरोप लगाया गया कि बैंक ने 11400 करोड़ रुपये से अधिक के फर्जी लेन-देन का पता चला है जिसमें मोदी और उनसे जुड़ी आभूषण कंपनियां शामिल हैं। पीएनबी की शाखा में 280 करोड़ रुपये के कथित ठगी और धोखाधड़ी मामले में वह पहले से ही सीबीआई जांच का सामना कर रहे हैं। 

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