विकास दीपोत्सव 2021 : लखनऊ दीवाली मेले में लैंग्वेज यूनिवर्सिटी के मीडिया स्टूडेंट्स ने रिपोर्टिंग की बारीकियां सीखीं

दिवाली मेला गोमती नदी के किनारे झूलेलाल पार्क में लगा है जो 3 नवंबर तक चलेगा। काफी बड़ी संख्या में लोग इस मेले में खरीदारी करने के लिए पहुंच रहें हैं। जिससे छोटे व्यापारियों और पटरी दुकानदारों को यहां दुकाने मुफ्त यां कम दामों में उपलब्ध कराई गई थी उन व्यापारियों को काफी फायदा हो रहा है। यही नहीं एक ही स्थान पर सभी प्रकार की सामग्री मिलने से ग्राहकों में भी खुशी दिखाई दे रही है खास बात यह है कि नगर निगम द्वारा किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया गया है। 

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लखनऊ (राज्य मुख्यालय) । दीपावली के अवसर पर लखनऊ नगर निगम द्वारा आयोजित किए गए दीपावली मेले का उत्साह लखनऊ वासियों में साफ नजर आ रहा है। दिवाली मेला गोमती नदी के किनारे झूलेलाल पार्क में लगा है जो 3 नवंबर तक चलेगा। काफी बड़ी संख्या में लोग इस मेले में खरीदारी करने के लिए पहुंच रहें हैं। जिससे छोटे व्यापारियों और पटरी दुकानदारों को यहां दुकाने मुफ्त यां कम दामों में उपलब्ध कराई गई थी उन व्यापारियों को काफी फायदा हो रहा है। यही नहीं एक ही स्थान पर सभी प्रकार की सामग्री मिलने से ग्राहकों में भी खुशी दिखाई दे रही है खास बात यह है कि नगर निगम द्वारा किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया गया है।

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में दीपावली मेले विकास दीपोत्सव का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा था कि आज प्रदेश के 17 नगर निगम समेत 217 नगर पालिका में ये विकास दीपोत्सव हो रहा है। इसके पीछे मकसद साफ है। डेढ़ साल से कोरोना महामारी से जूझ रहे, आत्मनिर्भर भारत के लिए लोकल फ़ॉर वोकल की अवधारणा पर काम करना होगा। इस विकास दीपोत्सव से 1500 दुकान जुड़ी हैं, सब लोकल को बढ़ावा है। स्थानीय परंपरागत उत्पाद को आगे बढ़ाते हुए एक सप्ताह कार्यक्रम चलेगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत नदी संस्कृति का देश है। नमामि गंगे योजना नदी संस्कृति को बचाने के लिए काम किया। CM योगी बोले कि 8 लाख स्ट्रीट वेंडर को हम पीएम स्वनिधि योजना में बैंक से 10 हज़ार तक का लोन दिलवा चुके है। प्रदेश में नगर निकाय का दायरा बढ़ा है।मेले में खास गोमती नदी के किनारे और आसपास के मंदिरों को सजा दिया गया है।

खास यह है कि मंदिरों में लगी रंगबिरंगी लाइटें गोमती नदी के पानी में तैरती दिख रही है.इतना ही नहीं दिवाली मेला घूमने के साथ ही रंगारंग कार्यक्रम का भी इंतजाम किया गया है हंसने हंसाने के लिए हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव और सुनील पाल मौजूद रहेंगे। चार नवंबर तक चलने वाले दीपावली मेला में तीन नवंबर तक ही सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे दीपावली की संध्या वहां एक लाख दिए जलाये जायेंगे।

लखनऊ के दिवाली मेले विकास दीपोत्सव में मंगलवार को ख्वाजा मुईनुददीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के  छात्र  छात्राओं ने विजिट किया।  सभी छात्र छात्राओं ने मस्ती मस्ती में मीडिया की बारिकियां सीखीं। हमारे रिपोर्टर्स विकास टम्टा और प्रिंस यादव ने गोमती नदी के किनारे दिवाली मेले में उनसे बात की।

हमारे रिपोर्टर प्रिंस से बात करते हुए बीए जेएमसी फर्स्ट सेमिस्टर के छात्र अबुल कैस और आयुष ने बताया कि हमने यहाँ रिपोर्टिंग का तरीका सीखा रिपोर्टिंग कैसे किया जाता है यहाँ आकर जाना कि फैक्ट के साथ अपनी स्टोरी में नॉलेज कैसे दी जाती है।

न्यूज़ डॉन के रिपोर्टर विकास से बीए जेएमसी पांचवें सेमिस्टर की स्टूडेंट आइशा फातिमा और अफ़शीन फातिमा ने बताया कि क्लास रूम की पढ़ाई और फिल्ड की पत्रकारिता में काफी डिफरेंस है हमने यहाँ पर अलग अलग ऐंगल से रिपोर्टिंग करने के अंदाज़ को बारीकी से समझने की कोशिश की यहां के स्टॉल पर लगाये गये प्रोडक्ट की खूबियों के बारे में दुकानदारों से पूछा फिर उसी के अनुसार अपनी स्क्रिप्ट तैयार कर के रिपोर्टिंग की प्रैक्टिस की।

न्यूज़ डॉन के एक सवाल के जवाब में आइशा और अफ़शीन ने बताया कि यहां आकर हम बहुत खुश हैं हमने रिपोर्टिंग के साथ ही साथ खूब मस्ती की और लखनऊ के लजीज ज़ायको का लुत्फ़ लिया। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और लखनऊ नगर निगम का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि  लखनऊ की दिवाली का एक्सपीरियंस  बहुत अच्छा रहा।

बीए जेएमसी तृतीय सेमेस्टर की स्टूडेंट मेहर जमाल ने न्यूज डॉन से बातचीत में कहा कि मैं पहली बार लखनऊ के दिवाली मेले में आई हूँ विकास दीपोत्सव में मैंने देखा कि उत्तर प्रदेश के लोगों में गजब का हुनर है  वहां अनेक तरह की कलायें दिखीं। लकड़ी पर इतनी प्यारी प्यारी कारीगरी देखीं जैसे प्रोडक्ट अभी बोल पड़ेंगे।

कागज से बनी हुई झालरें देखी और बहुत चीज़ें देखी। मेहर जमाल ने बताया कि मैंने वहां एक मोमबत्ती की दुकान देखी जिसपर इतनी खूबसूरत मोमबत्ती थीं जिसे देखकर मुझे ऐसा एहसास हुआ की बिना पटाखों के भी हम दीवाली को बहुत रौशन बना सकते हैं। हमारे रिपोर्टर्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि मेले में ख्वाजा मुईनुददीन चिश्ती लैंग्वेज यूनिवर्सिटी के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के अन्य छात्रों के साथ खुशनुमा, अभिषेक, शिवांक और शिफा मौजूद थे।

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