लखनऊ । भारत सरकार द्वारा निर्देश है की एसिम्टोमेटिक पेशेंट घर में रहकर इलाज करवा सकते है खुद को आईसोलेट कर सकते है. लेकिन प्रदेश सरकार ने उसको अभी विधिवत चालू रखा है। पहले पेशेंट की रिपोर्ट दो बार निगेटिव आने के बाद ही उसे डिस्चार्ज कर रहे थे , वर्तमान में नया आदेश के हिसाब से एसिम्टोमेटिक केस में वायरस टेस्ट करने की भी जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि 60-80 प्रतिशत लोग एसिम्टोमेटिक के पेशेंट आ रहे है, जो हॉटस्पॉट है वहा ज्यादातर एसिम्टोमेटिक के पेशेंट ही मिल रहे है जिनको इलाज कराने की सख्त जरूरत नही है. इन्हें सिर्फ ,पौष्टिक आहार, पूरी नींद लेना है, ज्यादा पानी पीना है, दूध में हल्दी डालकर, गर्म पानी में अदरक डालकर पीना है, ग्लोय का काढ़ा पीना है।
एसिम्टोमेटिक मरीजो को आईसोलेशन में रखकर यह सब दिया जाए तो मरीज घर पर ही ठीक हो जाएगा और इस बिमारी पर कंट्रोल किया जा सकता है।