लखनऊ । उत्तर प्रदेश समेत देश के सभी हिस्सों में बारहवीं के रिज़ल्टस जारी कर दिये गये हैं। परीक्षा परिणामों के बाद कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में प्रवेश का सिलसिला चल रहा है। लखनऊ विश्वविद्यालय से संबद्ध बख्शी का तालाब स्थित ज्यूरिस लॉ कॉलेज में सोमवार को नव प्रवेशी छात्र छात्राओं की Orientation Meet आयोजित की गई। कार्यक्रम में पंचवर्षीय बीए एलएलबी आनर्स (BA LLB) एवं एलएलबी (LLB 3 Years) के प्रथम सेमिस्टर के छात्रों को आवश्यक जानकारियाँ के साथ साथ कॉलेज के प्रोटोकाल से परिचित कराया गया।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ आदित्य वीर सिंह ने कानून की पढ़ाई की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारे राष्ट्रीय स्वाधीनता आंदोलन के ज्यादातर नेताओं ने वकालत की पढ़ाई की थी। उन्होंने बताया कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की अगुवाई करने वाले महात्मा गांधी से लेकर बिखरे हुए भारत को एक सूत्र में पिरोने वाले सरदार पटेल से होते प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू तक ने कानून की पढ़ाई की थी। अपराधशाष्त्र (Criminalogy) के व्याख्याता अतीक खान ने कानून में करियर की संभावनाएं (Career Aspect in Law) विषय पर छात्र छात्राओं को जानकारी दी। श्री अतीक ने बताया कि कानून की पढ़ाई के बाद वकालत के अलावा भी अन्य विकल्प मौजूद हैं जिनमें टीचिंग से लेकर कॉर्पोरेट जगत में कानूनी सलाहकार के रूप में करियर चुना जा सकता है। शिक्षिका आराधना त्रिपाठी ने नव प्रवेशित छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि ” आपने एक विशिष्ट प्रकार की पढ़ाई का निर्णय लिया है इसलिए आपका अप्रोच भी विशेष होना चाहिए, उन्होंने छात्रों को कॉलेज के अनुशासन के साथ साथ पढाई की प्रक्रिया की पूरी जानकारी दी।
कॉलेज की टीचर अर्चना जौहरी ने छात्रों को न्यायिक सेवा की परीक्षा प्रणाली की विस्तृत जानकारी दी, उन्होंने पीसीएस जूडिशियरी (PCS – J) के सिलेबस एवं उसकी तैयारी की रणनीति पर चर्चा की। कार्यक्रम का संचालन नम्रता त्रिपाठी ने किया इसमें सैकड़ों छात्र छात्राओं ने हिस्सा लिया।