लखनऊ (राज्य मुख्यालय) । उत्तर प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के विशेष सचिव एवं अधिशासी निदेशक एससीवीटी हरिकेश चौरसिया ने बताया कि प्रदेश के राजकीय एवं निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में माह अगस्त 2021 से प्रारम्भ होने वाले प्रशिक्षण सत्र हेतु निर्धारित प्रवेश प्रक्रिया 2021 के अनुसार प्रथम चरण चयन परिणाम से प्रवेश लेने की अन्तिम तिथि 15 सितम्बर, 2021 तक निर्धारित थी, जिसे बढ़ा कर 18 सितम्बर तक निर्धारित कर दिया गया है ।
उन्होंने कहा कि प्रथम चरण चयन परिणाम के चयनित अभ्यर्थियों द्वारा निर्धारित समयावधि में प्रवेश नहीं लिया गया है, वे अभ्यर्थी अपने समस्त मूल प्रमाण पत्रों, अंकपत्रों एवं उनकी एक-एक प्रमाणित प्रति तथा दो पासपोर्ट साइज फोटो के साथ सम्बन्धित चयनित राजकीय/निजी संस्थान के प्रधानाचार्य से सम्पर्क करके संस्थान में उपलब्ध चयन लिस्ट से जाँच करवाने के उपरान्त अपना प्रवेश ले सकते हैं।
आईटीआई ITI कोर्स को लेकर युवाओं में बहुत उत्सुकता होती है। ITI का full form Industrial Training Institute है ।अक्सर सवाल यह पूछा जाता है कि आईटीआई कोर्स करने के बाद कहां और कैसे नौकरी मिलती है। आईटीआई से संबंधित एडमिशन उसमें पढ़ये जाने वाले कोर्स और पढाई के बाद रोजगार की संभावनाओं को टटोलने के लिये The Destiny of Nation Media Network की रिपोर्टर ज़ीनत ने ग्राउंड जीरो से रिपोर्ट किया है।
दरअसल, इंजीनियरिंग शिक्षा का पहला पड़ाव होता है आईटीआई। इंडस्ट्री में बेसिक लेवल पर जिन वर्कर की जरूरत होती है उसका प्रशिक्षण आईटीआई में दिया जाता है। आईटीआई कोर्स का मतलब होता है-औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान। इसे अंग्रेजी में इंडस्ट्रिल ट्रेनिंग इंस्टीटयूट Idustrial Training Institutes यानी आईटीआई कहते हैं। आईटीआई कोर्स को राज्य औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान और केंद्रीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान संचालित करते हैं।
निजी आईटीआई संस्थान में आईटीआई कोर्स को संचालित करते हैं। नेशनल कौंसिल फॉर वोकेशनल टे्रनिंग यानी एनसीवीटी से आईटीआई कोर्स को मान्यता दी जाती है। राज्य व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद यानी NCVT एसएनसीवीटी भी कुछ कोर्स को संचालित करती है। केंद्र सरकार के कौशल विकास और इंटरप्रेन्योरशिप मंत्रालय Directorate General of Employment & Training के अधीन यह संस्थान आते हैं।
राज्य सरकारों के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान तकरीबन हर जिले में खुले हुए हैं। यहां विभिन्न इंजीनियरिंग कोर्स संचालित किए जा रहे हैं। आठवीं, दसवीं और बारहवीं के बाद इनमें दाखिला लिया जा सकता है। सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स में कुछ में एडमीशन मेरिट से होता है तो कुछ में दाखिला राज्य व्यावसायिक परीक्षा परिषद द्वारा ली जाने वाली प्रवेश परीक्षा के जरिए होता है। प्रवेश परीक्षा के लिए फार्म अमूमन जून माह में भरे जाते हैं। परीक्षा के बारे में ज्यादा जानकारी आईटीआई संस्थानों से हासिल की जा सकती है। एडमीशन के लिए न्यूनतम उम्र 14 साल और अधिकतम 40 साल होनी चाहिए। 40 साल की उम्र का लाभ अजजा,पिछड़ा वर्ग और अन्य आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को मिलता है।
विभिन्न ट्रेड में आईटीआई कोर्स की अवधि अलग -अलग होती है। कुछ कोर्स 15 दिन के तो कुछ एक माह, तीन माह, छह माह, एक साल, दो साल और तीन साल के होते है। आईटीआई में अल्पकालिक से लेकर दीर्घकालिक कोर्स संचालित किए जाते हैं। कुछ कोर्स स्थानीय इंडस्ट्री के हिसाब से डिजाइन किए जाते हैं। ट्रेड या क्राफ्टशिप के हिसाब से प्रमुख कोर्स इस प्रकार हैं।
तीन साल के कोर्सेज में टूल ऐंड डाई मेकिंग (प्रेस टूल्स) व टूल ऐंड डाई मेकिंग (डाई ऐंड मोल्ड्स) शामिल हैं जबकि दो साल के कोर्सेज में मकैनिकल, डेंटल लैब टेक्निशन, इलेक्ट्रिशियन, इलेक्ट्रॉनिक मेकैनिक, फिटर, इन्फ़र्मेशन टेक्नॉलजी ऐंड इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम मेनटेंसइंस्ट्रूमेंट मेकैनिक, मकैनिक मोटर विकल, पेंटर (जनरल), मकैनिक रेडियो ऐंड टीवी, मकैनिक रेफ्रिजरेशन ऐंड एसी तथा वायरमैन होते हैं।
एक साल के कोर्सेज में ऑटोमॉटिव बॉडी रिपेयर, ऑटो इलेक्ट्रिशन, कारपेंटर, कंप्यूटर हार्डवेयर ऐंड नेटवर्किंग, हाउस वायरिंग ऐंड इलेक्ट्रिकल अप्लायंसेस रिपेयर, इंटीरियर डेकोरेटर ऐंड डिजाइनर्स, मकैनिक प्लम्बिंग ऐंड सेनेट्री फिटिंग, मकैनिक ट्रैक्टर, स्कूटर ऐंड ऑटो साइकिल मेकैनिक, शीट मेंटल वर्कर, वेल्डर गैस ऐंड इलेक्ट्रिक, एक साल के नॉन इंजिनियरिंग ट्रेड, ब्यूटीशियन ऐंड हेयर ड्रेसर, कमर्शल आर्ट, कंप्यूटर ऑपरेटर ऐंड प्रोग्रामिंग असिस्टेंट, कटिंग ऐंड स्वींग, डेस्कटॉप पब्लिशिंग ऑपरेटर, डिजिटल फोटोग्राफी, ड्रेस डिजाइनिंग, फैशन डिजाइनिंग, फैशन टेक्नॉलजी, फायर फाइटिंग, फायर टेक्नॉलजी, फूड प्रॉडक्शन, हेयर ऐंड स्किन केयर, हेल्थ ऐंड सेनेट्री इंस्पेक्टर, स्टेनो, टेक्सटाइल डिजाइनिंग शामिल होते हैं।
छह महीने के नॉन इंजिनियरिंग ट्रेड में कॉल सेंटर असिस्टेंट, डेटा एंट्री ऑपरेटर, इवेंट मैनेजमेंट असिस्टेंट, फ्रंट ऑफिस असिस्टेंट, लाइब्रेरी ऐंड इन्फ़र्मेशन साइंस, ऑफिस मशीन ऑपरेटर, टूरिस्ट गाइड शामिल हैं।
आईटीआई कोर्स करने के बाद गर्वनमेंट और प्राइवेट दोनों तरह की नौकरियां उपलब्ध हैं। सरकारी नौकरी के लिए रेलवे, सेना, बिजली विभाग और सरकारी कंपनियों में अप्लाई किया जा सकता है। जबकि प्राइवेट कंपनियों में टाटा, मारूती, रिलायंस आदि में नौकरी मिलती है। आईटीआई के बाद विदेश खासकर सऊदी अरब आदि में नौकरी के अवसर उपलब्ध हैं।
आईटीआई के बाद सीटीआई किया जा सकता है। इस कोर्स को पूरा करने के बाद सरकारी संस्थानों में इंस्ट्रक्टर की नौकरी की जा सकती है। या आईटीआई में टीचर बन सकते हैं।
केंद्र सरकार इन दिनों कौशल विकास को बढ़ावा दे रही है। जगह-जगह कौशल विकास केंद्र खुले हुए हैं। यहां भी अल्पकालिक यानी शार्ट कोर्स आईटीआई से जुड़े संचालित किए जा रहे हैं। इन कोर्स को भी किया जा सकता है। केंद्र सरकार ने अब हाई स्कूल के बाद दो साल के आईटीआई कोर्स करने वाले युवाओं को सर्टिफिकेट के साथ दो और विषयों की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद युवाओं को इंटरमीडिएट का सर्टिफिकेट देने का फैसला किया है।
स्किल्ड लेबर कोर्स यानी आईटीआई करने के बाद अभ्यर्थी को पालीटेक्निक कोर्स के दूसरे साल में सीधे एडमीशन की व्यवस्था है। ताकि स्किल्ड मैनफोर्स तैयार हो सके। यानी जो आईटीआई के बाद नौकरी नहीं करना चाहते वे डिप्लोमा कर अपने योग्यता को बढ़ा सकते हैं।
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