लखनऊ / दिल्ली / काबुल । पति का दर्द सुनकर शीला फफक कर रो पड़ीं। उधर प्रशासन के अफसरों का कहना है कि मुकेश को वापस लाने के लिए शासन को पत्र भेजा गया है। वहीं अफगानिस्तान में फंसे खुर्जा के किर्रा गांव के सतपाल की कोई खबर नहीं मिलने से परिजन चिंतित हैं।
अफगानिस्तान के काबुल में फंसे जिले के गंगागढ़ निवासी मुकेश ने गुरुवार सुबह पत्नी को वीडियो कॉल कर अपना दर्द सुनाया। वह बोले- यहां पर मालिक बात नहीं करने देता है, नेट बंद करवा देता है। कुछ भी उपाय करो, अफसरों के पास जाकर बात करो और मुझे यहां से जल्द से जल्द निकलवाओ, घर बुलाओ।
पति का दर्द सुनकर शीला फफक कर रो पड़ीं। उधर प्रशासन के अफसरों का कहना है कि मुकेश को वापस लाने के लिए शासन को पत्र भेजा गया है। वहीं अफगानिस्तान में फंसे खुर्जा के किर्रा गांव के सतपाल की कोई खबर नहीं मिलने से परिजन चिंतित हैं।
मुकेश करीब छह माह पूर्व नौकरी के लिए अफगानिस्तान के काबुल शहर पहुंचे थे। जहां वह मेली अफगानिस्तान स्टील मिल कंपनी में नौकरी कर रहे हैं। कॉल पर बताया कि बताया कि मिल मालिक मालिक किसी भी हाल आने नहीं दे रहा है। उसने पासपोर्ट व अन्य दस्तावेज अपने पास रख लिए हैंअब भारत सरकार ही चाहेगी तभी वह अपने वतन लौट पाएगा।
प्रदेश महामंत्री कुलदीप गुड्डू के नेतृत्व में भारतीय किसान यूनियन (भानु) का प्रतिनिधि मंडल बुधवार को गंगागढ गांव जाकर अफगानिस्तान में फंसे मुकेश के परिजनों से मिला। उन्होंने विदेश मंत्रालय, कमिश्नर मेरठ तथा जिलाधिकारी व एसएसपी बुलंदशहर से फोन पर बात कर मुकेश की जल्द सकुशल वापसी के बारे में वार्ता की। वाट्सएप व ट्यूटर के जरिए भी सारी जानकारी प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को उपलब्ध कराई।
राष्ट्रीय अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह के निर्देश पर किसान यूनियन के प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोगों ने मुकेश के परिजनों को भरोसा दिलाया कि इस संकट की घड़ी में पूरी किसान यूनियन उनके साथ खड़ी है। किसान नेताओं ने परिजनों से मुकेश का फोन नंबर लेकर वीडियो कॉल कर कुशल क्षेम पूछा तथा उनके पते के बारे में विदेश मंत्रालय के अधिकारियों को अवगत कराया।
प्रतिनिधि मंडल में मेरठ मंडल प्रभारी अशोक कुमार शर्मा, मेरठ मंडल महामंत्री मनीषा सिंह, महामंत्री विनीत कुमार, जिला मंत्री इंद्रेश ठाकुर, तहसील अध्यक्ष जितेंद्र कुमार आदि शामिल रहे।अफगानिस्तान में फंसे मुकेश और सतपाल को भारत वापस लाने के लिए प्रदेश के गृहमंत्रालय को पत्र लिखा गया है। जिला प्रशासन परिजनों की हरसंभव मदद कर रहा है।