लखनऊ /पटना। बिहार को नया मुख्य सचिव मिल गया है आपको बतााते चलें कि बिहार के मुुख्य सचिव की कोरोना से मृत्यु हो गई थी। नवनियुक्त मुख्य सचिव 1985 बैच के आईएएस अधिकारी और दिल्ली दूरदर्शन के महाानिदेशक रह चुके हैं।
डीडी न्यूज के वरिष्ठ संवाददाता राजेश राज ने मुख्य सचिव त्रिपुरारि शरण को बधाई देते हुए बिहार सरकार का देर से लिया लेकिन सही फैसला बताया। उन्होंने कहा कि त्रिपुरारि बाबू जैसे योग्य ब्यूरोक्रेट को पहले ही मुख्य सचिव का दायित्व दिया जाना चाहिए था।
जेएनयू के छात्र रह चुके त्रिपुरारि शरण एक हरफनमौला व्यक्तिव के मालिक हैं। जिनकी साहित्य और कला में भी गहरी अभिरुचि है। यही वजह है कि उन्होंने दूरदर्शन के अलावा फिल्म इंस्टिट्यूट पुणे यानि FTI के निदेशक का ज़िम्मा भी बखूबी संभाला।
राजेश राज कहते हैं कि श्री शरण एक सुलझे हुए ब्यूरोक्रेट हैं,जिन्हें उलझी हुई गुत्थियां सुलझाने में महारत हासिल है। दूरदर्शन दिल्ली का उनका कार्यकाल स्वर्णिम काल माना जाता है। जिसमें उन्होंने अपने अधीन काम करने वाले छोटे छोटे सहकर्मियों का भी खूब ख्याल रखा।
इससे पहले त्रिपुरारि शरण बिहार सरकार में उद्योग, वन और पर्यावरण समेत आधा दर्जन से भी ज़्यादा विभागों में प्रधान सचिव का दायित्व संभाल चुके हैं वो एक ऐसे समय में मुख्य सचिव का पद संभालने जा रहे हैं हैं। जब देश और प्रान्त कोरोना की मार झेल रहा है।
लेकिन राजेश राज ने उम्मीद जताई कि श्री शरण चुनौतियों के बीच बिहार के विकास की नई इबारत लिखेंगे और एक बेहतरीन खाका खींचेंगे।
Good information