लखनऊ / बाराबंकी । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जहाँ प्रदेश में युवाओ को रोजगार देने की दिशा में लगातार काम करते नजर आ रहे है वहीं दूसरी ओर सरकारी विभागों में उच्च पदों पर बैठे हुए लोग नौकरी देने के नाम पर शोषण एवं भ्रष्टाचार का खुलेआम खेल कर रहे हैं। ताजा मामला भ्रस्टाचार के लिए सुर्खियों रहने वाले मध्यांचल विद्युत वितरण निगम में होता नजर आ रहा है।
वहां की कार्यदायी कम्पनी में संविदा पर काम करने वाले युवा से नौकरी के नाम पर 50 हजार रु रिश्वत के तौर पर पहले लेने की बात का ऑडियो वायरल हो रहा है जिसमे नौकरी मांगने वाले युवा से तथाकथित कम्पनी कर्मचारी नौकरी देने के ऐवज मे 50 हजार रु की मांग कर रहा है उसी के साथ कम्पनी के प्रतिनिधि द्वारा इस बात का भी खुलासा किया गया है कि ऊपर के अधिकारियों द्वारा सीधे सुविधा शुल्क की मांग नही की जा सकती इस कारण वो हमारे पास भेजते हैं।
आडियो में बिचौलिये व्यक्ति को स्पष्ट सुना जा सकता है कि, अब 25 हजार वाला सिस्टम खत्म हो गया 50 हजार लेकर आओ और तुरन्त नौकरी पाओ। संविदा कर्मचारी के ये पूछने पर कि लेटर कब मिलेगा इस पर वो बिचौलिया बोलता है, तुरंत तुरंत हो जायेगा ।
न्यूज़ डॉन इस आडियो रिकार्डिंग की सत्यता का दावा नहीं करता लेकिन सूत्रों के अनुसार यह आडियो रिकॉर्डिंग ब्लैकलिस्ट कम्पनी अवनी परधी की बताई जा रही है। ये सच है कि भ्रष्टाचार से बेईमानी बढ़ती है और बेईमानी से समाज की परेशानी बढ़ती है इसकी एक रिपोर्ट हमारे संवाददाता मुशीब ने जिला बाराबंकी से भेजी है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि बाराबंकी जिले के क़स्बा कुर्सी के बिजली घर से आसपास के गांवों को विद्युत आपूर्ति की जाती हैं लेकिन पिछले कई दिनों से क़स्बा कुर्सी के मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के अधिकारी रात 10 बजे के बाद अनवारी फीडर बंद कर देते है और बिजली घर के टेलीफोन नंबर को बिजी कर देते है ताकि कोई ग्राम वासी पावर हाउस कॉल ना कर सके।
जब इस बिजली कटौती के बारे मे हमारे संवाददाता ने जूनियर इंजीनियर एहतिशाम सुल्तान से बात की तो जेई ने कहा कि मै कुर्सी पावर हाऊस मे नहीं हूँ मै अपने घर जा रहा हूँ। अधिकारीयों एवं कर्मचारियों के इस लापरवाह रवैये से ग्रामीणों मे गुस्सा वा आक्रोश है।
Well written story