लखनऊ / दिल्ली । 8 जून का ऑल इंडिया रेडियो के इतिहास में बड़ा महत्व है 8 जून 1936 को भारत मे सरकारी प्रसारण व्यवस्था यानी भारत के लोक प्रसारक का नाम ऑल इंडिया रेडियो दिया गया।
इस नाम के नामकरण की कहानी बहुत रोचक है , इस विषय पर जानकारी लेने के लिए हमारी संवाददाता मुस्कान ने आकाशवाणी के लखनऊ केंद्र के वरिष्ठ अधिकारी एवं एफ एम रेनबो इंचार्ज अवधेश प्रताप सिंह से बात की,

मुस्कान : सर सबसे पहले तो आल इंडिया रेडियो के नामकरण की बधाई, ये तो हम जानते हैं कि ISBS से AIR की कहानी बड़ी दिलचस्प है लेकिन कितनी रोचक है ये हमारे दर्शक जरूर जानना चाहते हैं।
अवधेश प्रताप सिंह : बहुत शुक्रिया मुस्कान, आपको भी बधाई और शुभकामनाएं । दरअसल भारत के लोक प्रसारक आकाशवाणी यानी आल इंडिया रेडियो के सफर की कहानी वाकई दिलचस्प है। 30 अगस्त 1935 को भारत के प्रथम रेडियो नियंत्रक Lionel Fielden ने लंदन से भारत आकर अपना कार्यभार संभाला। उस समय भारत मे प्रसारण व्यवस्था का नाम इंडियन स्टेट ब्राडकास्टिंग सर्विस था। 1 जनवरी 1936 से इस प्रसारण सेवा के दिल्ली केंद्र ने अपना प्रसारण शुरू किया।
Fielden ने अपनी आत्मकथा में लिखा मुझे Indian State Broadcasting Service (ISBS) नाम पसंद नही था। इसकी वजह ये थी कि इसमें विस्तार नही था सुर लय ताल नहीं था विशुद्ध सरकारी सा लगता था। मैं यह भी जानता था कि All India Radio को सहजता से स्वीकार नही किया जायेगा।
लेकिन मुझे इसके आद्याक्षर AIR अच्छे लगे। मैंने इसका मोनोग्राम बनाया जिसमें भारत के मानचित्र पर AIR अंकित किया। मैं जानता था कि सचिवालय से यह बिंदु विरोध कर दिया जायेगा इसलिए मैंने वायसराय के एक समारोह में लार्ड लिंलिथगो से किनारे ले जाकर बात की।
सर, मैं एक बड़ी उलझन में हूँ क्योंकि मुझे ISBS नाम भद्दा सा लग रहा है, आप सुझाएँ क्या होना चाहिए? मैंने कहा ब्राडकास्टिंग शब्द भारतीय लोग बहुत बुरे ढंग से कहते हैं। मैंने कहा कि 1935 के कानून में Indian State शब्द भी है। तब उन्होंने कहा All India? मैंने कहा आगे क्या? ब्राडकास्टिंग….? नही, कुछ सोचने के बाद बोले Radio.
मैने सोचा मेरे मन की मुराद पूरी हो गई। वायसराय ने कहा मैंने एक नए नाम की खोज कर ली- All Inddia Radio यह नाम 8 जून 1936 को रेडियो पर पहली बार बोला गया था। इस मायने में यह आल इंडिया रेडियो का नामकरण दिवस भी है।
Excellent piece of work, great research and pretty written.