आज कलेक्ट्रेट सभागार में सिद्धार्थ विश्वविद्यालय, कपिलवस्तु के अधीन आने वाले राजकीय एवं अनुदानित कॉलेजों के सम्बन्ध में कुलपति, कुलसचिव एवं प्राचार्यों के साथ बैठक की। इस अवसर पर निर्देश दिया कि विश्वविद्यालयों में रोजगार परक शिक्षा देने हेतु कारगर कदम उठाए जाएं, ताकि छात्र-छात्राओं को रोजगार परक शिक्षा मुहैया करायी जा सके। कहा कि विश्वविद्यालयों/महाविद्यालयों में गोष्ठी का आयोजन कर छात्र-छात्राओं को साइबर क्राइम से बचने के लिए जानकारियां देकर जागरूक करें, जिससे उन्हें साइबर क्राइम के दुष्प्रभावों से बचाया जा सके।
बैठक में कहा कि विश्वविद्यालय के उपयोग हेतु आवश्यक वस्तुओं के क्रय हेतु जेम पोर्टल पर पंजीकृत विशिष्ट कम्पनियों से उत्पादों को खरीदना सुनिश्चित किया जाय। नये शैक्षणिक सत्र प्रारम्भ होने से पूर्व सभी तैयारियां पूर्ण कर ली जाए। कहा कि जिन फैकल्टियों के शैक्षणिक सत्र को आरम्भ किया जाना है, उनके भवनों के निर्माण कार्य को तेजी से पूर्ण कराया जाए ताकि शैक्षिक सत्र सुगमता से चले। विश्वविद्यालय कैम्पस के अन्दर सम्पर्क मार्ग, शौचालय, पीने का पानी, पाइपलाइन एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं को सत्र आरम्भ होने से पहले पूर्ण कराने को कहा। इसी क्रम में कैम्पस के अन्दर इन्टरनेट, पुस्तकालय, फर्नीचर एवं पुस्तकों की टेण्डर प्रक्रिया की कार्यवाही समय से पूर्ण कराने का निर्देश भी दिया। विश्वविद्यालय के शैक्षणिक भवनों के निर्माण कार्यां की समीक्षा करते हुए कहा कि निर्माण कार्यां की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए।
शिक्षा के चहुमुँखी विकास पर बल देते हुए कहा कि हमें यह भी ध्यान रखना होगा कि कोई भी छात्र-छात्रा शिक्षा से वंचित न रहने पाये। कहा कि आज बेटियाँ हर क्षेत्र में अग्रणी हैं। जरूरत इस बात की है कि अभिभावकगण अपने बेटो के साथ-साथ बेटियों को भी अनिवार्य रूप से शिक्षित करें।