*सोनिया से ईडी ने पूछ ताछ पूरी कर ली। राहुल गांधी से भी पूछ ताछ हो चुकी है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता से भी ईडी ने पहले ही पूछ ताछ कर ली है।*
नेहरू परिवार पूरी तरह से घिर गया है।
नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच की है। ५००० करोड़ के घपले का मामला है।
राहुल ने कहा था मैं मोदी जी से नहीं डरता हूँ। सोनिया ने कहा मैं इंदिरा गांधी की बहू हूं क्यों डरूंगी?
डरे हुए ये नहीं हैं तो फिर कांग्रेस से अलग थलग चल रहे गुलाम नबी आजाद आनंद शर्मा जैसों को क्यों लाया गया और इन लोगों से २७ जुलाई को प्रेस वार्ता क्यों करवायी गयी?
गुलाम नबी ने कहा कि राजा भी युद्ध के समय महिलाओं पर प्रहार नहीं करवाते थे। यहां कौन है राजा और कौन सा युद्ध हो रहा है? इनका इशारा मोदी जी पर था और युद्ध का तात्पर्य ईडी की जांच से था।
सत्ता में आते ही मोदी जी ने कह दिया था न खाऊंगा न खाने दूंगा। २०१९ के लोकसभा चुनाव के प्रचार के समय महती जनसभाओं और बड़ी बड़ी रैलियों में कहा था कि जेल के दरवाजे तक लोगों को पहुंचा चुका हूं अब जेल के अंदर भिजवाऊंगा। एक नहीं अनेकों जगहों पर मोदी जी ने ये कहा।ये तो बीच में कोरोना के कारण कार्यवाही रुकी रही। मोदी जी ने किसी व्यक्ति की पूछताछ या किसी को जेल में डालने के लिए नहीं कहा था नहीं कहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री की हैसियत से केंद्रीय जांच एजेंसियों को सिर्फ निष्पक्ष और भय रहित जांच के लिए प्रेरित किया है।
युद्ध तो अवश्य हो रहा है लेकिन किसी शत्रु से नहीं ब्लकि भ्रष्टाचारियों, बेईमानों, घूसखोरों से। गुलाम नबी कहते हैं सोनिया की ओर इशारा कर कि बेचारी महिला को क्यों परेशान किया जा रहा है?
तो क्या देश में महिलाओं के लिए और पुरुषों के लिए दो प्रकार के कानून हैं?
बड़ी दया और ममता उमड़ती है तो सोनिया को भ्रष्टाचार से दूर रहने को क्यों नहीं कहा था?
ईडी को जो उचित होगा वैसी रिपोर्ट कोर्ट में देगी। नियमतः जेल भेजना होगा तो जांच एजेंसी चुकेगी भी नहीं।मोदी जी का काम है भ्रष्टाचाररहित प्रशासन देने का प्रयत्न करना और ऐसा वे कर भी रहे हैं।
२७ जुलाई को ही सुप्रीम कोर्ट की तीन सदस्यीय बेंवह ने भ्रष्टाचारियों की ओर से दायर करीब २०० याचिकाओं को खारिज कर दिया और स्पष्ट कहा कि ईडी जो कर रही है नियमानुकूल कर रही है। ईडी को रोका नहीं जाएगा। इस ऐतिहासिक फैसले के लिए तीनो माननीय जजों के प्रति देश आभारी हैं।
प्रधानमंत्री जी एक जननायक के रूप में देश को भ्रष्टाचार से मुक्त करने पर तुले हैं। हम सभी उनके पीछे खड़े हैं।
*पनपा*