नई दिल्ली: भाजपा पार्टी में हो रहे आपसी कलह कम होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं, टिकट बंटवारे को लेकर घमासान मचा हुआ है, राज्य प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ मुखर विरोध हो रहा है| यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसदीय सीट वाराणसी में भी बीजेपी कार्यकर्ता विरोध-प्रदर्शन प्रकट कर रहे हैं|
इस कड़ी में नाराज नेताओं की नई सूची में बीजेपी के कद्दावर नेता योगी आदित्यनाथ का नाम भी जुड़ गया है, जबकि आदित्यनाथ का पूर्वांचल के गोरखपुर अंचल में खासा प्रभाव माना जाता है, और वह बीजेपी की तरफ से पांच बार से गोरखपुर से सांसद हैं, उस क्षेत्र में उनका एक संगठन हिंदू युवा वाहिनी भी सक्रिय है| और इस संगठन ने शुक्रवार को कुशीनगर और महाराजगंज जिलों की छह सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी, इसको आदित्यनाथ के बीजेपी से बगावत के रूप में देखा जा रहा है माना जा रहा है कि ऐसा तब हुआ है जब जब बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ का नाम 21 जनवरी को शुरुआती दो चरणों के चुनाव के लिए जारी स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया है|
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, हिंदू युवा वाहिनी के प्रांतीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा है कि बीजेपी ने संगठन के संस्थापक योगी आदित्यनाथ का अपमान किया है| उन्होंने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोग चाहते थे कि बीजेपी, योगी आदित्यनाथ को राज्य के मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में पेश करे लेकिन पार्टी ने ऐसा नहीं किया| और तभी से यह घमासान जारी हो गया है, वहीं आदित्यनाथ ने इस पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा है कि, ”हिंदू युवा वाहिनी का हर सदस्य पूरे राज्य में बीजेपी और राष्ट्रवादी मिशन का समर्थन करेगा, कोई जहां भी जाना चाहता है, जा सकता है लेकिन इस संगठन के दायरे के तहत केवल राष्ट्रवाद का काम ही किया जा सकता है, मैं पूरे राज्य में बीजेपी के लिए चुनाव प्रचार करूंगा, राज्य की सभी 403 सीटों पर हम बीजेपी का सहयोग करेंगे, बीजेपी निश्चित रूप से इस बार सरकार बनाने जा रही है और राष्ट्र विरोधी तत्वों का पर्दाफाश करेंगे.” लेकिन कहीं न कहीं यह कहा जा रहा है कि हिंदू युवा वाहिनी का हर सदस्य इस बाद को आगे तक बड़ा सकता है जिससे बीजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती है|