लखनऊ (राज्य मुख्यालय) । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव में अब तक कुल 117 सदस्य भाग ले चुके ज्ञान, सत्ता पक्ष के 67 और विपक्ष के 50 सदस्यों ने लोकतंत्र के।मंदिर की गरिमा बढ़ाने का काम किया है। सभी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करता हूँ। राज्यपाल को धन्यवाद कि उन्होने 23 मई को समवेत सदन को संबोधित किया। सरकार के पिछले कार्यकाल की उपलब्धियों का परिचय दिया और भावी कार्ययोजना भी बताईं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष की कुछ बातों पर मुझे आश्चर्य हो रहा था। एक होता है व्यक्ति चुनावी सभाओं में बोलता है। मीठी-मीठी बातें करता है। लेकिन सदन में अगर जमीनी धरातल की बात होती तो बेहतर होता। उन्होंने एक कविता के द्वारा विपक्ष पर तंज करते हुए कहा कि, नजर नहीं है नजारों की बात करते हैं, जमीं पर सितारों की बात करते हैं। वो हाथ जोड़कर बस्ती को लूटने वाले, भरी सभा में सुधारों की बात करते हैं।
अभिमान तब होता है जब आपको लगता है कि आपने कुछ किया है। और सम्मान तब होता है जब लोग कहें कि आपने कुछ किया है। हमें अपने कार्यों से जनता जनार्दन का आशीर्वाद प्राप्त होता है। जनता का जनादेश भाजपा नेतृत्व के कार्यों के प्रति एक आशीर्वाद है। हम ढिंढोरा पीट कर नहीं कहते कि हमने एक्सप्रेस वे बना दिया, एयर कनेक्टिविटी दे दी।जनता ने तमाम अफवाहों को दरकिनार कर 37 वर्षों के बाद कोई सरकार फिर से आई है और धमाकेदार ढंग से अपना काम कर रही है।
मुख्यमंत्री योगी बोले कि इतनी बड़ी आबादी का राज्य है .हर सरकार ने कुछ न कुछ प्रयास जरूर किया होगा। लेकिन आखिर आप क्यों जनता की अकांक्षाओं का प्रतीक नहीं बन पा रहे थे? आप जीते तो ठीक, बीजेपी जीते तो ईवीएम की गड़बड़ी! .यह कहना जनता के साथ अपमान है।