ट्रैफिक नियम तोड़ कर अब लखनऊ में नहीं मुस्करा पायेंगे आप!

अब बेफिक्री से वाहन चलाते हुए चौराहा पार किया नहीं कि आपके मोबाइल पर तुरंत मैसेज आ जाएगा। तब पता चलेगा कि यातायात नियम तोड़ने की वजह से आपके वाहन का चालान हो गया है। इसके लिए राजधानी के 20 चौराहों पर अत्याधुनिक कैमरे लगाए गए हैं।

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लखनऊ (राज्य मुख्यालय)। यातायात नियम तोड़ेने वाले अब बिल्कुल भी बच नहीं पाएंगे। शहर के 132 प्रमुख चौराहों पर करीब 700 कैमरे इंस्टॉल किए गए हैं। इनकी मदद से नियम का उल्लंघन करने वालों का ऑटोमैटिक चालान कट जाएगा। नियम तोड़ने के कुछ ही देर के भीतर गाड़ी मालिक के मोबाइल फोन पर चालान पहुंच जाएगा। चालान का भुगतान ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों की तरीकों से किया जा सकेगा। राजधानी लखनऊ में यह व्यवस्था स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत विकसित की गई है, जिसकी Monitorig Intigrated Traffic Management System (ITMS) के जरिए की जाएगी। 

लखनऊ के चौराहों पर पीटीजेड (पैन टिल्ट जूम), एएनपीआर (आटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन) और हाईटेक फिक्स कैमरे लगाए गए हैं। जिससे कि अब रेड लाइट जंप करने, हेलेमेट न पहनने, सीट बेल्ट न लगाने, दो पहिया वाहन पर ट्रिपलिंग करने, रैस ड्राइविंग, आदि पर सिग्नल पर लगे कैमरों की मदद से अपने आप चालान कट जाएगा। यह ई-चालान गाड़ी मालिक के मोबाइल फोन पर एसएमएस के जरिए पहुंचेगा।

सूत्रों के मुताबिक इन चौराहों पर होगा ऑटोमैटिक चालान बंगला पुल से कैंट रोड, आईआईएम से दुबग्गा जाने वाली सड़क, लोहिया पथ, खुर्रम नगर से समता मूलक जाने वाली सड़क, 1090 चौराहा, जनेश्वर मिश्र पार्क वाली सड़क, अवध चौराहे से दुबग्गा जाने वाली सड़क ओवर स्पीड गाड़ियों का चालान करने के पायलट प्रॉजेक्ट के तौर चिह्नित की गई हैं।

कुछ माह पहले से ही हजरतगंज, कपूरथला और आइजीपी (इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान) चौराहे पर लगे ट्रैफिक सिग्नल को स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम और एनआइसी (नेशनल इंफार्मेटिक्स सेंटर) के डाटा से कनेक्ट करने के बाद ट्रायल चल रहा था। यह परीक्षण प्रक्रिया पूरी हो गई है। अब देश की प्रत्येक गाड़ी का डाटा आइटीएमएस कंट्रोल रूम में है क्योंकि आइटीएमएस के सर्वर को एनआइसी से कनेक्ट कर दिया गया है।

लखनऊ के 132 चौराहों पर सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक आईटीएमएस का संचालन किया जाएगा। कई बड़े चौराहों पर रात 11 बजे तक निगरानी की जाएगी। सिग्नल पर लगे कैमरों की रेंज 150 से 200 मीटर तक है। 

स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारियों का कहना है लालबाग स्थित स्मार्ट सिटी के ऑफिस से 10 लोगों की टीम ट्रैफिक पर नजर रखेगी। इस दौरान कोई व्यक्ति नियम तोड़ता है तो उसकी गाड़ी की नंबर प्लेट की फोटो खींचकर नैशनल इनफरमेटिक्स सेंटर (एनआईसी) के सर्वर पर भेजी जाएगी। वहां से ट्रैफिक पुलिस इसे एक्सेस करेगी और सत्यापन के बाद चालान पर मुहर लगाएगी। 

अब बेफिक्री से वाहन चलाते हुए चौराहा पार किया नहीं कि आपके मोबाइल पर तुरंत मैसेज आ जाएगा। तब पता चलेगा कि यातायात नियम तोड़ने की वजह से आपके वाहन का चालान हो गया है। इसके लिए राजधानी के 20 चौराहों पर अत्याधुनिक कैमरे लगाए गए हैं।

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