लखनऊ ( राज्य मुख्यालय) । लखनऊ जिला प्रशासन ने विगत 15 सितम्बर की रात्रि से हो रही लगातार भारी वर्षा के दृष्टिगत लखनऊवासियो के लिए दिशा निर्देश (एडवाइजरी) जारी किए हैं। जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने दिशानिर्देश जारी करते हुए कहा कि 17 सितम्बर तक भारी वर्षा की संभावना व्यक्त की गयी है, इसके दृटिगत सभी लोग पूरी सावधानी बरतें। पुराने जर्जर भवनों से सावधान रहें। अत्यंत आवश्यक कार्य होने पर ही घर से बाहर निकले।
वहीं दूसरी तरफ लखनऊ के सांसद एवं रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भारी बारिश के चलते कैंट क्षेत्र में दीवार गिरने से हुई मौतों पर दुख जताया है उन्होंने कहा कि लखनऊ मे दीवार गिरने से कई लोगों की मृत्यु होने के समाचार से मुझे बहुत दुख हुआ है। जिन लोगों को इस हादसे में अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। इसके साथ ही मैं इस दुर्घटना में घायल सभी लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
श्री गंगवार ने कहा भीड़ भाड़ वाले व ट्रैफिक जाम वाले क्षेत्रों में जाने से बचे। खुले सीवर, बिजली के तार व खम्भों से बच कर रहें। उन्होंने किसी भी सिविक समस्या यथा जल भराव, वक्षृ पातन की समस्या होने पर संपर्क हेतु कंट्रोल रूम नम्बर जारी किया है। 9151055671, 9151055672, 9151055673 के साथ Toll free 1533 पर भी संपर्क किया जा सकता है।
जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने कहा कि विद्युत् ब्रेकडाउन आदि हेतु हेल्पलाइन नम्बर 1912 तथा पीने के पानी को उबाल कर पियें, नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से ब्लीचिंग पाउडर एवं क्लोरीन की गोलियां प्राप्त कर लें। किसी भी चिकित्सीय आपातकाल में मुख्य चिकित्सा अधिकारी, लखनऊ कंट्रोल रूम 05222622080 पर सम्पर्क करें।अन्य किसी समस्या हेतु इंट्रीग्रेटेड कंट्रोल कमाण्ड सेंटर के नम्बर 0522.4523000 पर समस्या दर्ज कराए।
जिलाधिकारी लखनऊ ने आदेशित किया कि समस्त राजकीय चिकित्सालय, PHC & CHC. सभी अस्पताल हाई अलर्ट पर रहें। ट्रामा मैनेजमेंट, सर्पदंश, बिजली के झटके एवं जल जनित रोगों के उपचार की व्यवस्था अपने चिकित्सालयों पर सुनिश्चित कर लें। आकस्मिक सेवाओं में तैनात अधिकारी एवं कर्मचारी ड्यूटी पर उपस्थित रहें।
श्री गंगवार ने औषधियों इत्यादि की व्यवस्था, रोगी वाहन की व्यवस्था भी सुनिश्चित कर ली जाए। सभी सरकारी तथा इमरजेंसी सर्विसेस के कार्यालय खुले रहेंगे। प्राइवेट कार्यालयों के कार्यालय अध्यक्ष / सक्षम अधिकारी को अपने स्तर से अवकाश घोषित करने के सम्बन्ध में उचित निर्णय लेने की सलाह दी जाती है।