लखनऊ / इटावा / मऊ / गाजीपुर । सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने एक बार फिर अपने बयान से उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दिया है। उन्होंने कहा कि सभी राजनीति पार्टियों प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन कर रही है, परंतु 45 प्रतिशत अति पिछड़ा वर्ग की कोई बात नहीं कर रहा है सभी पार्टियां प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन कर रही हैं जबकि हम अति पिछड़ा वर्ग को जगाने में लगे हैं।
योगी आदित्यनाथ की सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे ओमप्रकाश राजभर ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सबसे ज्यादा अपराधी भाजपा में हैं और भाजपा दूसरी पार्टियों पर सवाल उठा रही है, उसे पहले अपने अन्दर ही झांक कर देखना चाहिये उन्होंने इटावा के जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र स्थित ताखा तहसील में एक अधिकार सम्मेलन कार्यक्रम के दौरान यह बात कही।
मीडिया से बात करते हुये उन्होंने कहा कि मैं सदन में कह कर निकला हूँ कि योगी को वहां पहुंचाऊंगा जहां भीख मांगने की ट्रेनिंग दी जाती है। इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगते हुए कहा कि 2019 के कुंभ मेला आयोजन में भारी वित्तीय अनियमितता बरती गई है उसमें करोड़ों का घोटाला किया गया है संवैधानिक संस्था कैग की रिपोर्ट भी आ गई है अगर प्रधानमंत्री मोदी भ्रष्टाचार के खिलाफ ज़ीरो टालरेंस के वादे के तहत इस मामले में सुप्रीम कोर्ट से कहकर योगी सरकार की जांच करा दें तो योगी जेल में होंगे।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं विधायक ओमप्रकाश राजभर ने बसपा प्रमुख मायावती के अपराधियों को टिकट नहीं देने के न्यूज डॉन रिपोर्टर के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हर पार्टी में अपराधी है। मऊ के विधायक मुख्तार अंसारी के सवाल पर उन्होंने कहा, जब मुख्तार अंसारी ने बसपा ज्वाइन की थी तब तो मायावती ने मुख्तार अंसारी को गरीबों शोषितों पीड़ितों का मसीहा बताया था। उन्होंने पवन पांडे का जिक्र करते हुए कहा, वो कौन से हरिश्चंद्र की औलाद हैं?
हमारी संवाददाता ज़ीनत के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मुख्तार अंसारी मुसलमान हैं इसलिए उन पर उंगली उठाना आसान है। उन्होंने बताया मऊ गाजीपुर समेत पूरे पूर्वांचल में जिसे भी चुनाव जीतना है वह मुख्तार अंसारी के यहां जा कर माथा टेकता है। आपको बता दें कि 2012 का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव ओमप्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और मुख्तार अंसारी की क़ौमी एकता दल ने साथ मिलकर लड़ा था।