Byline: अब्राहम मिएराज
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की बॉस सुश्री मायावती ने कहा है कि मुस्लिम समाज किसी पार्टी और किसी आजम खान का गुलाम नहीं है जो उनके इशारे पर अपने जमीर को गिरवी रख कर उनकी गुलामी करे उसने अपने सुन्दर भविष्य के लिए बसपा से जुड़ने का फैसला किया है।
मायावती ने एक बयान में सपा के फायर ब्रांड नेता आजम खान पर हमला बोला उन्होंने कहा आजम खान की मुसलमानों को सपा का गुलाम बनाकर रखने की कोशिश अब पूरी तरह से नाकाम साबित हो गई है जिससे उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है और वो अनाप शनाप बोले जा रहे हैं सच तो यह है कि मुसलमानों को ठगने के लिए उन्हें सपा के ऊपर लानत-मलामत करनी चाहिए, ना कि मुस्लिम समाज पर।
आजम तुम्हें कौम ने सब कुछ दिया तुमने क्या दिया।
मायावती ने आजम खान पर सीधा हमला बोलते हुए सवाल पूछा है कि मुस्लिम समाज ने तुम्हें विधायक,सांसद,मंत्री बनाया तुमने समाज को क्या दिया? उन्होंने तल्ख अंदाज़ में कहा आजम खान का मुसलमानों को लानत-मलामत करना न केवल अत्यन्त आपत्तिजनक है बल्कि मुसलमानों के स्वविवेक से मतदान के अधिकार का हनन भी है आजम अपनी जुबान पर काबू रखें। पहले तो उन्होंने अपने स्वार्थ के लिए मुलायम सिंह यादव की चापलूसी की और अब अपने पुत्रमोह में बबुआ की चाटुकारिता कर रहे हैं लेकिन अब मुस्लिम समाज के लोग खुद अपना अच्छा-गलत समझ कर फैसला ले रहे हैं और उन्हें पता है कि प्रदेश में केवल बसपा ही मोदी एण्ड शाह कंपनी का शटर बंद कर सकती है। इसलिए उन्होंने विधानसभा चुनाव में काफी बढ़-चढ़ कर भाग लिया है यही बात आजम को चुभ गई है उन्होंने सपा नेता को सलाह देते हुए कहा उन्हें अपने भविष्य से ज्यादा अपनी कौम, सूबे व मुल्क की फिक्र पहले करनी चाहिए।
ना झुकेंगे ना झुकने देंगे।
बसपा बॉस ने कहा है कि बसपा ने कभी किसी समाज का सिर झुकने नहीं दिया है। यही कारण है कि मुस्लिम समाज के लोगों को पार्टी के नेतृत्व पर ज्यादा भरोसा है वो सपा और बीजेपी के अंदरूनी मिलीभगत से भी वाकिफ हैं दोनों पार्टियां एक-दूसरे की अन्दरखाने मदद करती रही हैं। इन दोनों की साम्प्रदायिक सोच के कारण ही सपा के शासनकाल में करनैलगंज (गोण्डा) व मुजफ्फरनगर जैसे भीषण साम्प्रदायिक दंगे होते हैं और फिर सपा व बीजेपी इसकी आड़ में समाज को बॉट कर राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश करती रही हैं ।