लखनऊ / सिद्धार्थनगर / गाजीपुर / दिल्ली । महर्षि विश्वामित्र स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय का वर्चुवल लोकार्पण प्रधानमंत्री ने जनपद सिद्धार्थनगर से किया। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री ने 8 अन्य जनपदो के मेडिकल कालेज का भी वर्चुवल लोकार्पण किया। प्रधान मंत्री मोदी ने सम्बोधन के दौरान कहा कि पूर्वाचल से देश की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना प्रारम्भ हो रही है जिसको आज काशी से लांच किया जायेगा। यहां से निकले चिकित्सक जनता की सेवा करेगे। उन्होने प्रदेश सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज के समय में योजनाओ का भूमि पूजन भी होता है और लोकार्पण भी किया जाता है। आज प्रदेश में 9 मेडिकल कालेज पूर्वाचल की सेवा करने को तत्पर है। उन्होने कहा कि आजादी के बाद से स्वास्थ्य सुविधाओ को प्राथमिकता नही दी गयी।
पीएम ने कहा कि वर्ष 2014 में जब मुझे देश की सेवा करने का अवसर मिला तब मेरे द्वारा गरीबो, पीड़ितो के दर्द को समझते हुए अनेक योजनाए प्रारम्भ की गयी। वर्ष 2017 के सरकारो द्वारा उत्तर प्रदेश मे योजनाओ को आगे नही बढने दिया जाता था परन्तु हमारी प्राथमिकता गरीबो को बेहतर सुविधाए देना तथा उनका पैसा बचाना है। इसी लिए प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना प्रारम्भ की गयी। जिसके अन्तर्गत गरीबो को 5 लाख तक निःशुल्क इलाज हो रहा है। साथ ही नई स्वास्थ्य व्यवस्था लागू कर गरीबो को सस्ती स्वास्थ्य सुविधाए दी जा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूर्व की सरकार छोटी-छोटी डिस्पेन्सरी की घोषणा करती थी, परन्तु वर्तमान सरकार सीधे मेडिकल कालेज/अस्पताल दे रही है। जिससे मेडिकल की शिक्षा अब गरीबो के बच्चे भी प्राप्त कर सकेगे। उ0प्र0 मे 90 लाख मरीजो को आयुष्मान भारत के तहत मुफ्त इलाज मिला है, आज हजारो जन औषधी केन्द्रो से बहुत ही सस्ती दवाये मिल रही है। कैन्सर का इलाज, डायलिसिस और हार्ट की सर्जरी बहुत सस्ती हुई है। शौचालयो के निर्माण से बहुत से रोगो मे कमी आई है। यही नही देश मे वेहतर अस्पताल कैसे बने और उन अस्पतालो मे बेहतर डाक्टर और दूसरे मेडिकल कैसे उपलव्ध हो इसके लिए बेहतर कार्य किया जा रहा है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वचुर्वल के माध्यम से अपने सम्बोधन मे कहा कि आजादी के बाद पहली बार सरकार ने लोगो के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र मे पहली बार एक साथ 9 मेडिकल कालेज का लोकार्पण एक साथ किया गया जो एतिहासिक है। आने वाले समय मे कोई ऐसा मासूम एवं नागरिक चिकित्सा के अभाव मे दम नही तोडे़गा।
जनपद मे कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री सूक्ष्म,लघु एंव मध्यम उद्यम, निवेश व निर्यात, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम, हथकरघा, वस्त्रोद्योग तथा एन आर आई विभाग उ0प्र0 सिद्धार्थ नाथ सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित एवं मॉ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया। उन्होने अपने सम्बोधन में कहा कि जनपद गाजीपुर में मेडिकल कालेज बन जाने से इस जनपद मे लगभग 100 डाक्टर प्रतिवर्ष मिलने लगेगे जिससे जिले मे चिक्त्सिको की कमी नही रह जायेगी। इस सरकार मे अबतक प्रदेश में 32 मेडिकल कालेज खोले गये है, ये सभी मेडिकल कालेज पी0पी0 माडल पर तैयार किये जा रहे है यह एक बहुत बड़ी उपलव्घि है।
उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री का स्वच्छता कार्यक्रम अभियान लागू किये जाने के वजह से पूरे भारत मे कई बीमारियों मे कमी आई है, साथ ही उन्होने कहा कि मेडिकल कालेज के साथ ही मिडवाईफ नर्सिग का कोर्स भी शीघ्र ही शुरू हो जायेगा। इसके लिए इस जनपद मे भी मिडवाईफ नर्सिग के क्षेत्र मे कार्य करने हेतु प्रधानाचार्य मेडिकल कालेज को निर्देशित किया गया है, साथ ही इस जनपद मे विश्व प्रसिद्ध अफीम फैक्ट्री को उच्चीकृत कराने हेतु प्रयास किया जा रहा है जो शीघ्र ही पूरा हो जायेगा।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा हमारी सरकार ने पूर्वान्चल एवं बुन्देलखण्ड के विकास के लिए माइक्रो इन्डस्ट्रीज लगाने का कार्य कर रही है जो शीघ्र ही देखने को मिलेगा। इसके अतिरिक्त उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री जी का ‘‘एक जिला एक मेडिकल कालेज का सपना‘‘ है जो प्रदेश में शीघ्र ही पूर्ण किया जायेगा।
जनपद प्रभारी मंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ल, सहकारिता राज्य मंत्री संगीता बलवंत, विधायक मुहम्मदाबाद अलका राय, विधान परिषद सदस्य विशाल सिंह चंचल, ने जनपद में मेडिकल कालेज के लोकार्पण के अवसर पर अपना-अपना सम्बोधन व्यक्त करते हुए जनपदवासियो को बधाई दी।
आपको बता दें कि महर्षि विश्वामित्र स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, गाजीपुर महर्षि विश्वामित्र स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, गाजीपुर 21.61 एकड़ भूमि में फैला हुआ है । 11.97 एकड़ में फैला हुआ प्रशिक्षण चिकित्सालय, महाविद्यालय से मात्र 2 किमी की दूरी पर स्थित है । महाविद्यालय में 03 मुख्य भवन क्रमशः प्रशासनिक भवन, शैक्षणिक भवन व लेक्चर थियेटर है । प्रशासनिक भवन में प्रधानाचार्य आवास, कालेज कौसिल कक्ष, लाइब्रेरी और संकाय कक्ष होंगे महाविद्यालय के सुसज्जित लाइब्रेरी में 1700 से अधिक पुस्तकें, 15 से अधिक प्रस्तावित पत्रिकाएँ और ई-लर्निंग सामग्री उपलब्ध होगी।
शैक्षणिक भवन यह एक 5 मंजिला इमारत है, जिसमें विच्छेदन कक्ष, प्रयोगशालायें, प्रदर्शन कक्ष, संग्रहालय आदि है जो कि एनाटॉमी, फिजियालाजी , बायो केमिस्ट्री, कम्युनिटी मेडिसीन, फार्माकोलाजी, माइकोबायोलाजी, पैथालाजी एवं फोरेन्सिक मेडिसीन से सम्बंधित है । लेक्चर थियेटर काम्पलेक्स इसमें चार लेक्चर थियेटर उपलब्ध होगें हर एक लेक्चर थियेटर में 120 छात्र-छात्राओं के बैठने की व्यवस्था होगी । यह लेक्चर थियेटर नवीनतम आर्डियों विजुअल तकनीक से सुसज्जित होगें।
आपको बताते चलें कि प्रशिक्षण चिकित्सालय 300 शैय्यायुक्त चिकित्सालय है तथा प्रमुख उन्नत प्रोद्योगिकी से सुसज्जित है। यह एक 7 मंजिला भवन है जिसमें आघात एवं आपातकाल सुविधाएँ उपलब्ध है। परिसर छात्रावास छात्र एवं छात्राओं के लिए अलग अलग छात्रावास में पावर बैकअप की सुविधा उपलब्ध होगी तथा इण्डोर खेल जैसे कि टीटी , कैरम , चेश इत्यादि की सुविधाएँ छात्र-छात्राओं के लिए उपलब्ध रहेगी। एडमिशन एण्ड एफिलिएशंस स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय गाजीपुर श्री अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, लखनऊ से सम्बद्ध होगा तथा इसमें वार्षिक 100 छात्रों को नीट ( यूजी ) के माध्यम से प्रवेश दिया जायेगा।
गाजीपुर मे महर्षि विश्वामित्र स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के लोकार्पण के अवसर पर कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ, जनपद प्रभारी मंत्री आनन्द कुमार शुक्ल, सहकारिता राज्यमंत्री संगीता बलबन्त, अध्यक्ष जिला पंचायत सपना सिंह, जमांनियां विधायक सुनिता सिंह, विधायक मुहम्मदाबाद अलका राय, विधान परिषद सदस्य विशाल सिंह चंचल, अध्यक्ष नगर पालिका सरिता अग्रवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह एवं पार्टी के अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
गाजीपुर के जिलाधिकारी एम पी सिंह, पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह, मुख्य विकास अधिकारी श्रीप्रकाश गुप्ता, अपर जिलाधिकारी वि0रा0 अरूण कुमार सिंह, प्रधानाचार्य मेडिकल कालेज प्रो० डा ० राजेश कुमार सिंह अन्य जनपदस्तरीय अधिकारी कर्मचारीगण उपस्थित थे।