रविवार दोपहर लखनऊ काकोरी थाना क्षेत्र में आतंकी होने की सूचना से हड़कंप मच गया. सूचना पर पुलिस और एटीएस की टीम ने दुबग्गा चौराहे के पास एक घर को अपने घेरे में लिया है। राजधानी लखनऊ के काकोरी इलाके से अलकायदा के दो संदिग्ध आतंकियों को पकड़ा गया है. एक संदिग्ध आतंकी को मंडियाव से हिरासत में लिया गया है. गिरफ्तार अलकायदा के आतंकियों के पास से प्रेशर कुकर और टाइम बम बरामद किया गया है।
एटीएस के आईजी जीके गोस्वामी ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि आतंकी कई दिनों से रडार पर थे. इनकी साजिश सीरियल ब्लास्ट को अंजाम देने की थी. भीड़-भाड़ वाले बाजार इनके निशाने पर थे. गिरफ्तार आतंकियों के हैंडलर का नाम उमर अल मंदी है. इसमें से एक आतंकी पर कश्मीर हमले में शामिल होने का आरोप है।
बताया जा रहा है कि इनके आतंकी कनेक्शन है और जम्मू-कश्मीर की आतंकी घटना से भी सम्बंध हैं. दोनों से पूछताछ की जा रही है. आतंकियों के कब्जे से विस्फोटक भी मिला है. यूपी ATS के मुताबिक, इनका हैंडलर पाकिस्तानी है और अलक़ायदा से भी इनके सम्बंध हो सकते हैं, जिसकी पूछताछ की जा रही है।
केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों से मिली जानकारी के आधार पर ऑपरेशन चलाया गया. एटीएस के जवानों ने अभी भी काकोरी इलाके के एक घर को घेरा हुआ है. आसपास के घरों को खाली करा दिया गया. डॉग स्क्वॉयड और बम निरोधक दस्ते को मौके पर बुलाया गया।
एटीएस के सूत्रों के मुताबिक, आतंकियों के निशाने पर बीजेपी के बड़े नेता थे. काकोरी इलाके में जिस जगह से घर है, उसी के बास ही बीजेपी के सांसद कौशल किशोर का भी आवास है, जिन्हें हाल ही में केंद्र में मंत्री बनाया गया है. बता दें कि इससे पहले काकोरी के हाजी कॉलोनी में सैफुद्दीन सैफी को पुलिस ने मार गिराया था. मार्च 2017 में करीब 12 घंटे तक ऑपरेशन चला था।
लखनऊ से आतंकियों के गिरफ्तार होने के बाद अयोध्या में अलर्ट जारी कर दिया गया है. पुलिस जगह-जगह पर चेकिंग कर रही है। टीम घर के अंदर मौजूद लोगों से पूछताछ कर रही है. एटीएस की टीम के साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद है. मामले में एक को हिरासत में लिया गया है.एटीएस ने मलिहाबाद निवासी शाहिद के गैराज पर छापा मारा है. घर के अंदर वसीम नाम का युवक मौजूद है. पूछताछ पूरी होने के बाद एटीएस मामले की पूरी जानकारी देगी।
उमर अल-मंदी इन आतंकियों का कंट्रोलर था,पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर से हैंडलिंग हुई. छोटे ब्लास्ट की वजह से ATS को सुराग मिला था. आतंकियों ने गिरफ्तारी से पहले घर के अंदर कुछ जलाया था. घटना के बाद जम्मू-कश्मीर के पुलिस अफसर भी एटीएस टीम के संपर्क में हैं वहीं आईजी एटीएस जीके गोस्वामी मौके पर मौजूद हैं। बम बनाने की 6 से 7 किलो सामग्री भी ATS की टीम को बरामद हुई है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को यूपी ATS ने एक संदिग्ध को छापेमारी कर गिरफ्तार किया था. उसी की निशानदेही पर रविवार सुबह फिर ATS ने दुबग्गा में सिराज, रियाज और शाहिद उर्फ गुड्डू के घर पर छापा मारा. ATS ने छापेमारी के दौरान कॉलोनी से शाहिद उर्फ गुड्डू और वसीम को गिरफ्तार किया और उनसे पूछताछ की. इसके बाद ATS वसीम नाम के युवक गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई है. जानकारी के अनुसार, शाहिद अपने परिवार के साथ दुबग्गा की सीता विहार कॉलोनी में रहता है. बताया गया कि उसने पांच मकानों को किराए पर दिया हुआ है।
प्रेशर कुकर बम को ले जाने में भी आसानी होती है, और इसका इस्तेमाल भीड़भाड़ वाली जगहों पर ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को हताहत करने में होता है. यूपी में चुनाव होने हैं ऐसे में किसी बड़ी आशंका को ख़ारिज नहीं किया जा सकता है. कुछ मैप और दस्तावेज जलाने की बात भी सामने आई है, जिसको लेकर ATS पूछताछ और छानबीन कर रही है. बताया जा रहा है कि बम बनाने की 6 से 7 किलो सामग्री भी ATS की टीम को बरामद हुई है।
अलकायदा ने साल 2014 इंडिया सबकॉन्टिनेंट का एलान किया था. खुफिया एजंसियों ने बाद में खुलासा किया था कि अलकायदा इंडिया सबकॉन्टिनेंट का चीफ उत्तर प्रदेश के सम्भल का रहने वाला है, जिसका नाम मौलाना असीम उमर है. बहुत पहले असीम उमर पाकिस्तान शिफ्ट हो गया था जो बाद मे अलकायदा से जुड़ गया था. कुछ साल पहले मौलाना असीम उमर को अफगानिस्तान में अफगान एजेंसियों ने मार गिराया था।
लेकिन अलकायदा के स्लीपर सेल्स को लगातार यूपी से पकड़ा जाता रहा है. इन्हें पकड़ने मे दिल्ली पुलिस समेत तमाम एजेंसियां शामिल रहती हैं। करीब तीन साल पहले इसी इलाके में सैफुल्लाह एनकाउंटर हुआ था. 8 मार्च 2017 को करीब 11 घंटे चले ऑपरेशन में संदिग्ध आतंकी सैफुल्लाह को मारा गया था. उसके पास से कुछ हथियार और दस्तावेज बरामद होने की बात कही थी. बाद में इस एनकाउंटर के मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए थे।
पहले आतंकी का नाम शाहिद उर्फ गुड्डू बताया जा रहा है, जो उन्नाव का रहने वाला है। उसी के घर में दूसरा आतंकी भी छिपा हुआ था। यह दोनों ट्रेनिंग प्राप्त आतंकी हैं। इके घर में काफी गोला-बारूद होने की मिला है। इसके बाद एक टीम उन्नाव भी रवाना हो गई है।मकान में संदिग्ध लोगों के छुपे होने की आशंका पर उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम ने छापा मारा । काकोरी थाना क्षेत्र के दुबग्गा में एटीएस के साथ पुलिस की टीम भी है। घर के अंदर मौजूद लोगों से पूछताछ की जा रही है।
लखनऊ में इससे पहले भी मार्च 2017 में सुरक्षा बलों ने आतंकी सैफुल्ला को मार गिराया था, जो आइएसआइएस के खुरासान मॉड्यूल का सदस्य था। वह कानपुर का रहने वाला था। वारदात के बाद कानुपर और उन्नाव में भी कई आतंकियों की गिरफ्तारी हुई थी। इसके बाद सितंबर 2018 में चकेरी के जाजमऊ अहिरवां स्थित शिवनगर कॉलोनी पकड़े गए हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी कमरुज्जमां उर्फ कमरुद्दीन उर्फ डॉ. हुरैरा को गिरफ्तार किया था। इसके साथ ही चंद रोज पहले ही काकोरी में मतांतरण के मामले में उमर गौतम के ठिकानों पर छापा मारा गया था।
उमर अल-मंदी इन आतंकियों का कंट्रोलर था,पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर से हैंडलिंग हुई. छोटे ब्लास्ट की वजह से ATS को सुराग मिला था. आतंकियों ने गिरफ्तारी से पहले घर के अंदर कुछ जलाया था. घटना के बाद जम्मू-कश्मीर के पुलिस अफसर भी एटीएस टीम के संपर्क में हैं वहीं आईजी एटीएस जीके गोस्वामी मौके पर मौजूद हैं।