लखनऊ / दिल्ली । ये कहानी सुनने में पूरी फिल्मी लग सकती है, लेकिन हैं एकदम असली. एक लड़की 11 साल पहले अपने घर से गायब हो गई. और जब वो मिली तो वहीं कहावत हो गई ‘बगल में बच्चा नगर में ढिंढोरा’. केरल के पलक्कड़ में एक छोटा सा गांव आयालुर से 11 साल पहले एक 18 साल की लड़की गायब हो गई थी. उसके मां बाप उसके मिलने की उम्मीद तक खो चुके थे।
अब 11 साल बाद लड़की अपने घर से महज़ 500 मीटर की दूरी पर मिली. लड़की पिछले एक दशक से एक कमरे में उस आदमी के साथ रह रही थी जिसे वो प्यार करती है. खास बात ये हैं कि जिस कमरे में उस लड़की ने अपनी जिंदगी के दस साल गुज़ार दिए, वो उसके मां बाप के घर का ही हिस्सा था, जिसे उस आदमी को रहने के लिए दिया गया था और वहां एक औरत रह रही है इससे वो पूरी तरह से वंचित है।
दोनों से पूछताछ के बाद नेनमारा के एसएचओ दीपा कुमार ने कहा है कि सजीता और रहमान ने अपनी रिलेशनशिप सबसे इसीलिए छिपा कर रखी थी कि उन दोनों का धर्म अलग है और इससे बवाल मच सकता है। उन्होंने कहा है, ‘इनकी कहानी असमान्य लगती है, लेकिन हम दोनों को रहमान के घर ले गए और उन्होंने हमें बताया कि कैसे सजीता इतने साल तक एक कमरे में सबकी नजरों से बचकर रहती रही।’ कुमार के मुताबिक तब रहमान 24 साल का था और घर वालो ने उसपर कभी शक नहीं किया।
उन्होंने कहा, ‘उनके रिश्ते के बारे में किसी को नहीं पता था। जब कोई प्रेम में पड़कर इस तरह से भागता है तो दोनों एक साथ गायब होते हैं।’ बशीर का कहना है कि उसका भाई अलग कमरे में रहता था और हमेशा उसे बंद करके रखता था। किसी को उसमें जाने नहीं देता था। बशीर तो अलग रहता है, लेकिन माता-पिता ने कभी अपने गुस्सैल बेटे रहमान से इस बात पर उलझना मुनासिब नहीं समझा। घर के सारे लोग काम पर चले जाते थे तो पेशे से पेंटर रहमान खाना लेकर भी अपने कमरे में ही चला जाता था।
पुलिस के मुताबिक करीब करीब पूरा गांव उसे भूल चुका था, सबको लगता था कि वो किसी के साथ भाग गई है. तीन महीने पहले पता नहीं क्यों लेकिन सजीथा ने अपने घर को छोड़ दिया और रहमान के साथ दूसरे गांव में रहने चली गई ये वही जगह है जहां रहमान को उसके भाई ने देखा था. रहमान का कहना था कि उसे डर था कि उसके घर वाले उन दोनों के रिश्ते को कबूल नहीं करेंगे इसलिए उन्होंने एक कमरें बंद रहकर रहने का फैसला किया।
हाल में रहमान के परिवार ने उसके लिए लड़की खोजनी शुरू की थी। बशीर के मुताबिक उसने इसका विरोध तो नहीं किया, लेकिन इस मुद्दे पर ज्यादा बात नहीं करना चाहता था। रहमान के पड़ोसी और स्थानीय पंचायत के मेंबर पुषपकरण के मुताबिक उसके बर्ताव से लगता था कि उसके साथ कुछ मानसिक दिक्कत है।
उन्होंने बताया, ‘हमको लगता है कि उसने अपने कमरे की खिड़की के कुछ रॉड निकाल दिए थे। कमरे में अटैच टॉयलेट नहीं था तो शायद रात में सजीता खिड़की से ही बाहर निकलती थी या फिर जब रहमान के माता-पिता काम पर जाते थे, तब चली जाती होगी।’ बशीर का कहना है कि उन्होंने बताया है कि लड़की अपने कपड़े भी कमरे में ही धोकर सुखा लेती थी।
मामले का खुलासा तब हुआ जब साजिता ने घर छोड़ा लेकिन यह साफ नहीं है कि आखिर तीन महीने पहले सजिता ने घर क्यों छोड़ा। उसी दिन, रहमान ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ झगड़ा किया और बाहर निकल गया। इसके बाद दोनों दूसरे गांव में रहने लगे। संयोग से रहमान के भाई ने सजिता और रहमान को देख लिया जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ। रहमान ने अदालत को बताया कि वह सजिता पर अपने परिवार के विरोध से डरता है। वहीं सजिता ने भी कहा कि वह रहमान के साथ रहना चाहती है जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें साथ रहने की अनुमति दी।