लखनऊ (राज्य मुख्यालय) । आल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ ने रविवार को लखनऊ के प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता की जिसमें पिछड़ी जाति के मुसलमानों की आर्थिक सामाजिक राजनैतिक धार्मिक एवं शैक्षणिक स्थिति पर चर्चा की गई।
पसमांदा मुस्लिम महाज़ के अध्यक्ष मुख्तार अहमद अंसारी ने बताया कि पिछड़े मुसलमानों की आबादी कुल मुसलमानों की आबादी का 85 फीसद है एवं उत्तर प्रदेश में कुल मतदाताओं का 16 फीसद से अधिक है लेकिन वे राजनैतिक, सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक तथा शैक्षणिक स्तरों पर देश एवं प्रदेश की मुख्यधारा से कटे हुए हैं।
आल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के निर्णय की जानकारी देते हुए प्रदेश अध्यक्ष वसीम राईनी ने बताया कि पसमांदा समाज को जागरूक करने हेतु महिला, छात्र, युवा, एवं विधि प्रकोष्ठ का गठन किया गया है।
श्री राईनी ने बताया कि पसमांदा मुस्लिम महाज़ ने आगामी विधान सभा चुनाव में सभी राजनीतिक पार्टियों से संगठन एवं विधान सभा के चुनाव के टिकटों में पसमांदा समाज कै आबादी के अनुपात में हिस्सेदारी की मांग की गई।
आल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव वकार अहमद हवारी ने बताया कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने सर्वसम्मति से फैसला लिया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तरप्रदेश सरकार से मांग की जाये कि पिछड़े मुस्लिम समाज के पिछड़ेपन को ध्यान में रखते हुए एवं नैसर्गिक न्याय के उद्देश्यों की पूर्ति हेतु आवश्यक है कि एक अलग पसमांदा विकास नामक मंत्रालय का गठन किया जाए।
उन्होंने ये भी जानकारी दी कि 15 नवंबर से उत्तर प्रदेश के सभी ज़िलों में पसमांदा जागरूकता अभियान चलाया जाएगा और दिसंबर में लखनऊ मे पसमांदा मुस्लिम समाज की विशाल रैली का आयोजन किया जायेगा।
हमारे रिपोर्टर्स प्रिंस यादव और विकास टम्टा के एक सवाल के जवाब में श्री हवारी ने कहा कि आल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज की एक्जीक्यूटिव बॉडी की मीटिंग में सर्वसम्मति से पारित हुआ है कि आगामी दिनों में ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का गठन किया जाएगा। इसके लिए एक स्टैंडिंग कमेटी का गठन किया गया है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में वरिष्ठ उपाध्यक्ष नूरुल ऐन मोमिन, महासचिव शारिक अदीब फिरोज मंसूरी एवं अब्दुल कलाम अंसारी, कोषाध्यक्ष नियाज़ अहमद इसरार अहमद अंसारी , शकील अहमद ज़िला अध्यक्ष बहराइच, नफीस अहमद ज़िला प्रभारी बहराइच, अब्दुल हक़, अज़ीम अब्बासी, हसीब सैफी, मारूफ अंसारी समेत अन्य पदाधिकारीगण मौजूद थे।