लखनऊ (राज्य मुख्यालय) । पिछले दो दिनों से चित्रकला प्रेमियों का नया ठिकाना लखनऊ की राष्ट्रीय ललित कला अकादमी बना हुआ है आकाशवाणी लखनऊ के पूर्व वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी अवधेश प्रताप सिंह शुक्रवार को नीता की चित्रकला प्रदर्शनी में पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनी के हर एक चित्र का बारीकी से अवलोकन किया। कला के पारखी को कला के संसार में देख कर हमारे संवाददाता संजय मोहन ने उनसे बात की।
सिंह साहब, ये तो पता था कि आकाशवाणी में गायको, वादकों एवं प्रस्तुतकर्ताओं के बीच काम करते करते कलाकारी से लगाव हो गया होगा लेकिन चित्रकारी से लगाव कैसे? संजय जी, आकाशवाणी सिर्फ गाने बजाने वालों के लिए ही मंच प्रदान नहीं करता बल्कि वो तमाम कलाकारों के लिए मंच बनता है और देश की छुपी हुई प्रतिभाओं को तलाश कर दुनिया के सामने लाता है।
नीता की चित्रकला प्रदर्शनी में सैकड़ों कृतियां हैं आपको क्या अच्छा लगा!? मुझे तो हमेशा से नीता की चित्रकला प्रदर्शनी का इंतजार रहता है इनकी तस्वीरें बेजान नहीं होतीं बेमतलब नहीं होतीं। आप गौर से देखेंगे तो नीता की चित्रकला में जीवन पायेंगे इनकी कृतियां देख कर ऐसा महसूस होता है जैसे ये तस्वीरें अभी बोल पड़ेंगीं।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के राष्ट्रीय ललित कला अकादमी में 26 मई से नीता की चित्रकला प्रदर्शनी चल रही है जो 29 मई तक चलेगी। प्रदर्शनी में लखनऊ और आसपास के कला प्रेमियों की भीड़ उमड रही है।