लखनऊ / बहराइच । उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले की मिहींपुरवा ब्लाॅक अंतर्गत ग्रमा सभा मोतीपुर में बड़ा खाघान्न घोटाला सामने आया है। मोतीपुर ग्राम सभा में कोटेदार शोभा राम वर्मा ने दबंगई दिखाते हुए पात्र लाभार्थियों का खाघान्न हड़प लिया। वही ग्रामीणों का आरोप है कि दिसम्बर माह में सिर्फ एक बार राशन वितरित किया गया है, जिसमें लगभग 180 पात्र कार्ड धारकों को राशन वितरित नहीं किया गया है। वही कुछ ग्रामीणों ने कोटेदार पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिसम्बर माह में ही लगभग 50 पात्र कार्डधारकों को सिर्फ तेल, नमक, चना वितरित किया गया है।
सवाल यह उठता है कि उन 50 कार्डधारकों का खाघान्न कहां गया। इतने बड़े पैमाने पर खाघान्न घोटाला होने के बाद भी जिम्मेदार आंख मूंदकर कुंभकर्णी नींद में सो रहें है। सरकार के हरसंभव प्रयास के बावजूद योजनाएं धरातल पर कम कागजों में ज्यादा दिखाई दे रही हैं। सबसे बड़ा सवाल यह भी है कि इतना बड़ा खेल किसकी सह पर हो रहा है। अधिकारियों की क्या जिम्मेदारी है। इतना बड़ा घोटाला होने के बाद भी कैसे अधिकारियों के कानों तक यह खबर नहीं गई। खैर यह सब जांच का विषय है अब देखना यह है कि इसमे संलिप्त लोगों पर जिम्मेदारों के द्वारा क्या कार्यवाही की जाती है।
आपको बता दें कि केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा चलायी जा रही महात्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री गरीब अन्न कल्याण योजना के तहत श्रमिकों, कामगरों के साथ-साथ पात्र गृहस्थी के लाभार्थियों को निःशुल्क राशन वितरण किया जा रहा है। सकारात्मक परिणाम आने योगी सरकार ने इस योजना में नमक, रिफाइंड़, चना भी विरण करना शुरु किया था। किन्तु यह योजना धरातल पर कम और कागजों में ज्यादा है जिम्मेदारों की मिलीभगत से इसमे जमकर खेल किया जा रहा है।
इस संबंध में हमारे संवाददाता अवधेश वर्मा के जानकारी लेने पर एफ.सी.आई. गोदाम प्रभारी व सप्लाई इंस्पेक्टर मिहींपुरवा जांच का विषय कहकर अपना पल्ला झाड़ते नजर आये। आये दिन जनता को घटतौली का सामना करना पड़ता है कोटेदार और प्रशासन के सुरताल अलग-अलग नजर आते है एक तरफ सरकार का कहना है कि कोटेदारों को राशन पर प्रतियूनिट 70 पैसे दिए जा रहे है, वही राशन कोटेदारों तक पहुंचाने के खर्च का वहन भी सरकारें ही करती है किन्तु कोटेदारों का घटतौली के मामलें में आरोप है कि प्रशासन द्वारा ही इसमे जमकर खेल किया जाता है।
आपको बता दें कि राशन उठाते समय प्रति-बोरी 5-7 किलों राशन कम दिया जाता है वही राशन लाने के लिए भाड़े का वहन भी कोटेदारों द्वारा किया जा रहा है इसलिए मजबूरीवश जनता को कम राशन वितरित किया जाता है। मामला कुछ भी हो नुकसान जनता का ही हो रहा है यह भी जांच का विषय है।
सप्लाई इंस्पेक्टर सुरेन्द्र भारती ने कहा कोटेदार के द्वारा जो भी भ्रष्टाचार किया गया है यह जांच का विषय है। जांच करवाकर संबंधित के खिलाफ उचित कार्यवाही की जायेगी। एफ.सी.आई. गोदाम प्रभारी (मिहींपुरवा) ने कहा कि खाघान्न वितरण में जो जो अनियमितता की गयी है यह विषय हमारा नहीं है, इस संबंध में सप्लाई इंस्पेक्टर से जानकारी मिलेगी।
उपजिलाधिकारी मोतीपुर ने कहा कि खाघान्न वितरण में अनियमितता के मामलें में लिखित शिकायत मिलने पर कोटेदार एवं संबंधित के खिलाफ जांच करवाकर उचित कार्यवाही की जायेगी। मामलें में सत्यता की पुष्टि होने पर कोटा निलंबित कर दिया जायेगा।
संवाददाता अवधेश वर्मा ने कुछ पात्र लोगों से बात की प्रबीना खातून, पात्र लाभार्थी (ग्रामसभा-मोतीपुर) ने कहा कि दिसम्बर माह में दो बार राशन वितरण होता है किन्तु इस बार एक ही बार राशन का वितरण किया गया है। उसमें भी हम लोगों को फिंगर प्रिंट लेने के बाद भी कोटेदार द्वारा राशन नहीं दिया गया है। जबकि हसीना, पात्र लाभार्थी (ग्रामसभा-मोतीपुर) ने बताया दिसम्बर माह में दो बार राशन वितरण होता है किन्तु इस बार एक ही बार राशन का वितरण किया गया है। उसमे भी हम लोगों को सिर्फ एक थैले में चना, नमक, रिफाइंड दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि हम लोगो का राशन कोटेदार ने ब्लैक कर दिया है। एक और पात्र लाभार्थी (ग्रामसभा-मोतीपुर) ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि राशन लेने आने पर कोटेदार द्वारा अभद्रता करते हुए भगा दिया जाता है। हसीना ने कहा कि कोटेदार का कहना है जहां शिकायत करना है कर लो राशन नहीं मिलेगा।
वहीं अजय वर्मा (ग्राम-प्रधान मोतीपुर) ने कहा कि कई बार इस संबंध में कोटेदार को फटकार लगाई गयी है लेकिन उसके ऊपर फर्क नहीं पड़ता है। कोटेदार के खिलाफ संबंधित अधिकारी से शिकायत दर्ज करवायी जायेगी।
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