बकरी पालन भी अच्छा Business : Governor of UP

मैडम गवर्नर ने कहा कि पशुपालन में अन्य पालतू पशुओं की अपेक्षा बकरी को सभी प्रकार के भौगोलिक क्षेत्रों में सरलता से पाला जा सकता है। कम लागत में हो सकने वाले इस व्यवसाय को महिलाओं की आत्मनिर्भरता के लिए भी उपयोगी बताया।

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लखनऊ /मथुरा। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बुधवार को  मथुरा में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान द्वारा आयोजित 100वें राष्ट्रीय वैज्ञानिक बकरी पालन प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि कृषि और पशुपालन भारत में हमेशा मुख्य व्यवसाय रहे हैं। बकरी पालन को कम लागत में छोटी जगह पर भी किया जा सकता है। कहा कि बकरी का दूध विशेष पोषक तत्वों के कारण अत्याधिक सुपाच्य, स्वास्थयवर्धक एवं अनेक रोगों को ठीक करने में उपयोगी होता है।

श्रीमती पटेल ने बकरी पालन को बड़े स्तर पर बढ़ावा देने के लिए जोर दिया। उन्होंने कहा कि बकरी का दूध आसानी से लोगों को बड़े स्तर पर प्राप्त हो सके, इसके लिए इनकी डेरी खोली जानी चाहिए। इसके साथ ही बकरी के दूध से अन्य उत्पादों जैसे दही, छाछ, पनीर आदि के निर्माण को भी बढ़ावा देने पर जोर दिया। कहा कि यह दूध अत्यन्त पौष्टिक और बच्चों के लिए सबसे ज्यादा उपयोगी होता है।

मैडम गवर्नर ने कहा कि पशुपालन में अन्य पालतू पशुओं की अपेक्षा बकरी को सभी प्रकार के भौगोलिक क्षेत्रों में सरलता से पाला जा सकता है। कम लागत में हो सकने वाले इस व्यवसाय को महिलाओं की आत्मनिर्भरता के लिए भी उपयोगी बताया। अपने सम्बोधन में संस्थान द्वारा समय-समय पर ‘‘अजा सखी‘‘ योजना के अंतर्गत विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने पर प्रसन्नता व्यक्त की। इसके साथ ही आशा व्यक्त की कि मथुरा का केन्द्रीय अनुसंधान संस्थान बकरी पालकों को नवीनतम शोधों और जानकारियों से लाभानिवत करता रहेगा।

इससे पहले कार्यक्रम का उद्घाटन मटकी में जलधारा प्रवाहित कर जल भरो कार्यक्रम से जल संरक्षण के संदेश के साथ किया। इस अवसर पर संस्थान में नव प्रकाशित पुस्तकों का विमोचन, परिसर में ‘अजा स्थल’ का लोकार्पण और वृक्षारोपण भी किया। कार्यक्रम में अनुसूचित जाति एवं जनजाति की महिला बकरी पालकों को उपयोगी सामग्री वितरित की। इस अवसर पर बकरी के दूध से निर्मित उत्पादों की तथा उन्नत किस्म की बकरियों की प्रदर्शनी का अवलोकन कर प्रदर्शों की सराहना की ।


कार्यक्रम में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के महानिदेशक डॉ0 बी0एन0 त्रिपाठी, केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान मथुरा के निदेशक डॉ0 मनीष कुमार चेटली, उत्तर प्रदेश पंण्डित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गो अनुसंधान संस्थान मथुरा के कुलपति प्रो0 ए0के0 श्रीवास्तव, केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ0 अशोक कुमार, संस्थान के अन्य वैज्ञानिक अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।अपने मथुरा प्रवास के दौरान एक अन्य कार्यक्रम में आंगनबाड़ी केन्द्रों हेतु 500 आंगनबाड़ी किट का वितरण किया।

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