गोसाईंगंज। सेखनाघाट गोमती तट पर लगने वाला लगभग एक शताब्दी पुराना मेला फीका-फीका सा रहा। मेले में भीड़ तो अधिक रही लेकिन खरीदारी करने वाले लोगों की कमी दिखी। पुरानी नोटों का चलन से दूर होना व नई दो हज़ार की नोटों के छुट्ठे न मिलने से मेले में खरदीदारों की भारी कमी दिखी। वहीँ कुछ लोग मेले में छुट्ठा पैसे लेकर आए भी लेकिन रोज मर्रा के हालातों को देखते हुए खर्च करने में हिचकते रहे। ऐसा ही हाल गोसाईंगंज के गौरियाघाट मेले में देखने को मिला। मेले में आए दुकानदारों की माने तो सिर्फ 35 से 40 प्रतिशत लोगों ने खरीददारी की बाकी मेला देखकर ही वापस चले गए।
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